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Panna News: प्रेरणास्त्रोत हैं ककरहटी के समाजसेवी कैलाश त्रिपाठी

Panna News: ककरहटी नगर में एक ऐसा नाम है जो समर्पण, निस्वार्थ सेवा और अटूट साहस का पर्याय बन गया है वह हैं कैलाश त्रिपाठी, छतरपुर से एम.ए. की शिक्षा पूरी करने के बाद कैलाश त्रिपाठी ने आरामदायक जीवन की बजाय समाज सेवा का बीड़ा उठाया और स्वयं को नगर के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।
संघर्ष से सफलता तक विकास के नायक
कैलाश त्रिपाठी की पहल ने ककरहटी के विकास को एक नई दिशा दी। उनका सबसे बड़ा संघर्ष 86 लाख की लागत वाले कन्या हाई स्कूल भवन के लिए था जो राजनीतिक उलझनों के कारण रुका हुआ था। नगर के युवाओं और जनता के सहयोग से कई ज्ञापन देने के बाद भी जब निर्माण शुरू नहीं हुआ तो उन्होंने 10 दिनों का आमरण अनशन किया। उनके अडिग संकल्प के सामने प्रशासन को झुकना पड़ा और अंतत: भवन निर्माण को स्वीकृति मिली जिससे नगर की सैकड़ों बेटियों के भविष्य का मार्ग प्रशस्त हुआ। उन्होंने केवल एक भवन तक स्वयं को सीमित नहीं रखा। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में 13 दिन का अनशन हो या नगर की बिजली और जनहित की अन्य समस्याएं उन्होंने हर मोर्चे पर जनता के साथ मिलकर आंदोलन किया और समस्याओं के समाधान के लिए खुद को समर्पित रखा।
वन्यजीव और मानवता के सेवक
कैलाश त्रिपाठी का सेवाभाव केवल इंसानों तक ही सीमित नहीं है। उन्हें एक सर्प मित्र के रूप में भी जाना जाता है जो घरों में घुसे सैकड़ों जहरीले साँपों को कुशलता से रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ते हैं। इसके अलावा वह वन्यजीव संरक्षण के सच्चे समर्थक हैं। घायल बंदरों और अन्य वन्य जीवों को वन विभाग को सौंपने से लेकर बीमार और घायल मवेशियों का जन सहयोग से इलाज करवाने तक उनका हृदय हर जीव के प्रति करुणा से भरा है।
कोविड-19 संकट में बने सहारा
कोविड-19 जैसी विकट महामारी के दौरान कैलाश त्रिपाठी ने प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। जब गरीब परिवारों को आटा, चावल की किल्लत हो रही थी तब उन्होंने नगरवासियों के सहयोग से अनाज, रोजमर्रा की जरूरतें और दवाइयाँ मुहैया कराईं। उन्होंने आम जनता को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक भी किया। सबसे मार्मिक बात यह कि उन्होंने पैसों के मोहताज गरीब मरीजों के इलाज के लिए चंदा जोडक़र उन्हें रीवा और जबलपुर जैसे बड़े मेडिकल सेंटरों में भर्ती कराया। कैलाश त्रिपाठी आज भी निस्वार्थ भाव से नगर की समस्याओं के समाधान और जनता के हित में समर्पित हैं। पत्रकारिता के माध्यम से भी वह लोगों की आवाज उठा रहे हैं और सामाजिक व धार्मिक कार्यों में युवाओं के साथ बढ़-चढक़र भाग लेते हैं।
Created On :   3 Nov 2025 1:38 PM IST














