Panna News: विद्यालय में ताला लटका होने से वापिस लौटे छात्र, जानकारी लगने पर जांच टीम पहुंची मौके पर

विद्यालय में ताला लटका होने से वापिस लौटे छात्र, जानकारी लगने पर जांच टीम पहुंची मौके पर
  • विद्यालय में ताला लटका होने से वापिस लौटे छात्र
  • जानकारी लगने पर जांच टीम पहुंची मौके पर
  • रोहनिया संकुल की प्राथमिक शाला सती बंजारी रामपुर खजुरी का मामला

Panna News: शाहनगर विकासखण्ड के रोहनिया संकुल क्षेत्रान्तर्गत प्राथमिक शाला सती बंजारी रामपुर खजुरी में जहां करीब ६५ आदिवासी परिवार निवास करते हैं। शासन ने बच्चों को दूर स्कूल न जाना पडे इसके लिए विद्यालय तो बनवा दिया पर यहां विद्यालय में समय पर शिक्षक के न पहुंचने अथवा कभी-कभी तो शिक्षक बिल्कुल विद्यालय ही नहीं आते हैं जिससे बच्चों की पढाई पूरी तरह से चौपट है। आदिवासी बच्चे स्कूल आने के बाद शिक्षक का इंतजार करते-करते वापिस अपने घर लौट जाते हैं। जब मौके पर पहुंची दैनिक भास्कर के संवाददाता ने सहायक संचालक श्रीमती आरती सिंह को विद्यालय में शिक्षक के न होने की जानकारी तो मौके पर तत्काल जांच टीम पहुंची। जानकारी मिलने पर शिक्षक भी मौके पर पहुंचे और टीम द्वारा उन्हें सख्त लहजे में चेतावनी दी गई और वापिस गये सभी बच्चों को घर से बुलवा गया। जानकारी के अनुसार विद्यालय में ३५ बच्चे अध्ययनरत हैं जिसमें सुबह १०:२५ बजे अभिभावक सुखबरन आदिवासी अपने बच्चों को स्कूल पढने के लिये छोङने आये थे मौके पर अभिभावक सहित कक्षा ५वीं में अध्ययनरत अंशु आदिवासी, कक्षा 3 की अंजली आदिवासी, गोविन्द आदिवासी कक्षा 2 की छात्रा, अराधना आदिवासी, समीर आदिवासी स्कूल पहुंचे और विद्यालय का ताला नहीं खुले होने पर वापिस अपने घर चले गये। जब इसकी जानकारी शाहनगर सहायक संचालक श्रीमती आरती सिंह को दी गई तब विद्यालय में पदस्थ शिक्षक पहुंचे और ताला खोलते हुए घर गए हुए बच्चों को वापिस विद्यालय बुलवाया गया।

जर्जर भवन, पूरे भवन में रिस रहा पानी

मौके पर देखा गया कि विद्यालय में केवल बरामदा सहित दो कमरे है जिसमें पानी टपकता है और जो पुस्तक बच्चों को दी जानी थी वह पुस्तकें बच्चों को नहीं मिली और पानी में भींग रही थी। पुस्तकों को रस्सी में टांगकर सुखाने के लिए विद्यालय शिक्षक द्वारा रखा गया। पूंछे जाने पर बताया गया कि पूरा विद्यालय भवन बारिश में टपक रहा है। यहां बच्चों व शिक्षक को बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई उनका कहना है कि हमें केवल दस हजार रूपए बजट के रूप में मिलता है जिसमें मरम्मत करवाया जाना संभव नहीं हैं।

इनका कहना है

सहायक संचालक महोदया द्वारा मुझे जानकारी दी गई जिस पर मैं तत्काल १२ बजे स्कूल गया। जहां प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक ने बताया कि बारिश के कारण वह विलम्ब से विद्यालय पहुंचे और जो बच्चे लौट गये हैं उनको पुन: स्कूल बुलवाया गया। शिक्षक को सख्त हिदायत दी गई कि इस प्रकार की पुनरावृत्ति दोबारा नहीं होना चाहिए।

शशांक खरे, सीएसी जनशिक्षा केन्द्र रोहनियां

Created On :   1 Aug 2025 12:08 PM IST

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