शहडोल: पौनांग तालाब में बफर एरिया की अनदेखी, नगर पालिका ने मेढ़ के बीचोंबीच खड़ी की बाउंड्रीवाल

पौनांग तालाब में बफर एरिया की अनदेखी, नगर पालिका ने मेढ़ के बीचोंबीच खड़ी की बाउंड्रीवाल
  • पौनांग तालाब में बफर एरिया की अनदेखी
  • नगर पालिका ने मेढ़ के बीचोंबीच खड़ी की बाउंड्रीवाल
  • जल गंगा संवर्धन अभियान के बीच सामने आई नगर पालिका की बड़ी लापरवाही

डिजिटल डेस्क, शहडोल। जल गंगा संवर्धन अभियान में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तालाबों का बफर एरिया चिन्हित कर पेड़ लगाने की बात कह रहे हैं तो दूसरी ओर शहडोल शहर के प्रमुख तालाब में मेढ़ के बीचोबीच ही नगर पालिका ही बाउंड्रीवाल का निर्माण करवा रही है। मनमाने निर्माण में बाउंड्री के बाहर तालाब के बफर एरिया में अतिक्रमण की आशंका बनी रहेगी। नागरिकों ने कहा कि नगर पालिका को तालाब की बफर सीमा से बाहर बाउंड्रीवाल का निर्माण करवाना चाहिए। इस तरह से बीच मेढ़ पर निर्माण पैसे की बर्बादी ही मानी जाएगी।

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सीएमओ और उपाध्यक्ष ने कहा अध्यक्ष बताएंगे, अध्यक्ष की बफर एरिया में सडक़ निर्माण की तैयारी

पौनांग तालाब में मेढ़ के बीचोबीच बाउंड्रीवाल निर्माण को सीएमओ अक्षत बुंदेला व उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने औचित्यहीन बताया। साथ ही यह भी कहा कि इस बारे में अध्यक्ष ही जानकारी दे पाएंगे तो अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि बाउंड्री के बाहर सडक़ निर्माण की तैयारी है। बतादें कि बाउंड्री के बाहर भी तालाब के मेढ़ की ढलान है। जल गंगा संवर्धन अभियान में तय गाइडलाइन अनुसार बफर एरिया के इस स्थान पर पौधरोपण होना चाहिए।

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तालाब की सीमा ही नहीं रहेगी तो कैसा सौंदर्यीकरण- नगर पालिका पौनांग तालाब को शहर के मॉडल तालाब के रुप में विकसित करने की तैयारी में है। नागरिकों का कहना है कि तालाब के अधिकांश किनारों पर सुनियोजित तरीके से अतिक्रमण की तैयारी चल रही है। ऐसे में तालाब की सीमा ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो लाखों रूपए से निर्माण का क्या औचित्य।

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Created On :   16 Jun 2024 5:05 PM IST

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