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Shahdol News: शहडोल में भी हुई थी फर्जीवाड़ा से उत्तीर्ण आरक्षक की नियुक्ति

- शहडोल में भी हुई थी फर्जीवाड़ा से उत्तीर्ण आरक्षक की नियुक्ति
- आधार बायोमेट्रिक परीक्षण में हुआ खुलासा
- कोतवाली में दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मामला
Shahdol News: पुलिस आरक्षक भर्ती में हुए फर्जीवाड़ा के मामले में एक एफआईआर शहडोल कोतवाली में दर्ज की गई है। आधार बायोमेट्रिक क्लोन के माध्यम से अपने स्थान पर दूसरे व्यक्ति से परीक्षा दिलाकर आरक्षक की नौकरी पाने वाले मनीष गुर्जर निवासी डबरा जिला ग्वालियर की नियुक्ति शहडोल में की गई थी। उसके द्वारा किए गए फर्जीवाड़े का खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव के निर्देशन में शहडोल जिले में पदस्थ हुए सभी आरक्षकों के दस्तावेज, फिलिकल व अन्य तकनीकी रूप से परीक्षण किया गया। गौरतलब है कि शहडोल जिले में 80 महिला-पुरुष पुलिस आरक्षकों की नियुक्ति की गई थी। इनमें से 73 लोगों ने ज्वाइन किया। चूंकि प्रदेश स्तर पर आरक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा सामने आ चुका था, इसलिए इनकी पोस्टिंग करने के पहले जिला स्तर पर कमेटी गठित कर डाक्यूमेंट की चेकिंग गई। निर्देश थे कि आधार व्हेरीफिकेशन अवश्य किया जाए, क्योंकि इसमें गड़बड़ी की आशंका हो सकती है। जब मनीष गुर्जर के आधार की बायोमेट्रिक जांच की गई तो उसके द्वारा किए गए फर्जीवाड़ा सामने आया।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने आधार अपडेशन के दौरान दो अंगूठा व 8 फिंगर लगाया, ताकि सर्वर में गड़बड़ी का बहाना बताया जा सके। इसके पीछे की गणित यह थी कि उस साल्वर के फिंगर लिए गए जो परीक्षा देने बैठा था। परीक्षा के समय जब परीक्षण किया गया तो उसके ही निकले। लिखित परीक्षा के बाद फिर से अपडेशन कर अभ्यर्थी ने अपना करा लिया। इसी आधार पर शंका हुई कि आखिर दो बार अपडेशन क्यों किया गया।
एफआईआर दर्ज, ईनाम घोषित
एसपी रामजी श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मनीष गुर्जर के विरुद्ध कोतवाली मेें धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। उसकी गिरफ़्तारी के लिए टीम ग्वालियर भेजी गई थी, लेकिन नहीं मिला। उसकी गिरफ्तार के लिए 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है।
Created On : 12 Jun 2025 11:44 AM