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Shahdol News: भास्कर इनवेस्टिगेशन, खरीदी के नाम पर बिलों का फर्जीवाड़ा

- 12 हजार के 13 किलो ड्राईफ्रूट्स के बिल में ओवर राइटिंग कर बदली तारीख
- तीनों ही मामले से जिला प्रशासन की किरकिरी हो रही है
- एक लाख रूपए से ड्राईफ्रूट्स खरीदी का मामला सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
Shahdol News: पंचायतों में होने वाले महत्वपूर्ण सरकारी आयोजनों में स्वागत-सत्कार के नाम पर बिल के फर्जीवाड़े का बड़ा मामला गोहपारू विकासखंड के भदवाही ग्राम पंचायत में 25 मई को हुई जल गंगा संवर्धन अभियान में जनचौपाल के नाम पर सामने आया। यहां 6 अफसरों और लगभग 50 ग्रामीणों के लिए खाने-पीने में सचिव ललन बैगा ने 33 हजार रुपए से अधिक का बिल लगाया।
यहां स्वल्पाहार आया भी या नहीं और आया भी तो कितना, यह जिला प्रशासन के लिए अब भी बड़ा सवाल है। इस पूरे मामले में सवाल और संदेह इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि अब तक जांच व कड़ी कार्रवाई की बात कहने वाले जिला पंचायत के प्रभारी सीइओ मुद्रिका सिंह के सुर अचानक बदल गए हैं। बदलने लगे हैं, ग्राम पचांयत के इस आयोजन में सबसे ज्यादा बवाल चौपाल में शामिल होने आए 6 अफसरों के लिए 13 किलो ड्राईफ्रूट्स मंगाए जाने पर मचा हुआ है।
बवाल मचा तो ड्राईफ्रूट्स सहित नमकीन, बिस्किट, दूघ व शक्कर के 19,010 रुपए के बिल पर पड़ी 25 मई की आयोजन वाली तिथि को ओवरराइटिंग कर बदल दिया गया। आश्चर्य यह कि कुल जमा 50-60 लोगों के लिए 5 किलो शक्कर तथा 6 किलो दूध मंगाने वाले चायपत्ती मंगाना ही भूल गए और नमकीन भी 30 किलो मंगवा ली गई। बिलों के फर्जीवाड़े का भेद इस आयोजन में शामिल होने आए संभावित ग्रामीणों के लिए 50 लड्डू व 50 रसगुल्लों ने खोला।
10 रूपए प्रति नग की दर से खरीदे एक कुल 100 पीस लड्डू व रसगुल्लों की कुल कीमत 2 हजार रुपए बताई गई है। आश्चर्य तो यह कि स्वल्पाहार की व्यवस्था वाले इस आयोजन के लिए मिठाई, नमकीन, बिस्किट तथा फल के अलावा 5 किलो आटा, 10 किलो चावल, 3 किलो तेल तथा 2 किलो घी भी मंगवा लिया गया। जन चौपाल में पहुंचने वाले ग्रामीण बताते हैं कि चौपाल के बाद समीप के मंदिर में खिचड़ा बंटा था।
जांच के नाम पर गोलमाल
भदवाही में जल गंगा संवर्धन के नाम पर बिल में फर्जीवाड़े की जांच खंड पंचायत अधिकारी से करवाने की बात कहते हुए जिला पंचायत के प्रभारी सीइओ मुद्रिका सिंह का कहना है कि जांच के दौरान सचिव ने बताया है कि बिल पूर्व में हुए कई कार्यक्रमों का एक साथ बनवाया गया है। इसके पीछे सचिव द्वारा समय-समय पर किए गए पत्राचार का भी उल्लेख किया गया है।
बिलों में फर्जीवाड़े पर कार्रवाई के ज्यादा बचाव पर ध्यान
जिले में शासकीय राशि में फिजूलखर्ची को लेकर भदवाही के अलावा शिक्षा विभाग में हाईस्कूल सकंदी और हायर सेकेंडरी निपनिया में स्कूल मरम्मत के नाम पर गोलमाल की बिल चर्चाओं में है तो दो दिन पहले ही टेटका में कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में एक लाख रूपए से ड्राईफ्रूट्स खरीदी का मामला सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
तीनों ही मामले से जिला प्रशासन की किरकिरी हो रही है तो बिलों के फर्जीवाड़े में अब तक दोषियों पर ठोस कार्रवाई के बजाए बचाव का रूख अपनाया जा रहा है। स्कूल मरम्मत में गड़बड़ी पर निपनिया प्राचार्य और डीइओ को नोटिस के बाद आगे की कार्रवाई नहीं हुई। भदवाही सचिव को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है और टेटका कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बीआरसी की जांच रिपोर्ट अब तक कलेक्टर तक नहीं पहुंची।
Created On :   15 July 2025 6:01 PM IST