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Shahdol News: सीवर लाइन निर्माण में भर्राशाही से आमजनों को दिक्कत

- हमारे वार्ड में सीवर लाइन के लिए पाइप लाइन डालने का काम दो माह में पूरा करना था।
- 24 माह का काम 39 महीने में नहीं हुआ, नागरिक परेशान बोले- अधिकारियों को समस्या बताने पर भी नहीं सुनते
- लेटलतीफी और मनमर्जी भरे काम का सीधा खामियाजा शहर में आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
Shahdol News: स्वच्छता की कसौटी पर शहर को उच्चतम स्तर पर ले जाने के लिए चलाई जा रही सीवर लाइन परियोजना सुविधा से पहले काम के दौरान ही समस्या का सबब बन गई। इसका प्रमुख कारण है ठेका कंपनी पीसी स्नेहल की भर्राशाही। ठेका कंपनी ने इस पूरे प्रोजेक्ट में ऐसी लापरवाही बरती कि 24 माह का काम 39 महीने बाद भी पूरा नहीं हुआ। लेटलतीफी और मनमर्जी भरे काम का सीधा खामियाजा शहर में आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
इस मामले में नागरिकों की समस्या यह भी है कि समस्या से अधिकारियों को अवगत कराए जाने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जाता है। संभागीय मुख्यालय में बड़े अधिकारियों की मौजूदगी के बाद भी सीवर लाइन में ठेकेदार की मनमर्जी से नागरिक परेशान हैं।
हर काम में गति धीमी
- 225 किलोमीटर पाइप बिछाने के प्रोजेक्ट में 40 किलोमीटर में काम शेष है। आईपीएस (इंटरमीडियट पंपिंग स्टेशन) 6 स्थानों पर तैयार होना है। इस काम में भी गति बेहद धीमी है। कोनी में स्थापित मुख्य एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) में ट्रांसफार्मर व इलेक्ट्रोमैकेनिकल का काम पेंडिंग है। 172 करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट में 162 करोड़ रूपए काम का है और शेष 10 करोड़ रूपए काम पूरा होने के बाद आगामी 10 साल तक सर्विस के लिए निर्धारित किया गया है।
ऐसे समझें काम के दौरान सीवर लाइन ठेकेदार की भर्राशाही
>> पाइप लाइन बिछाने के लिए गड्ढा खोदने के बाद तय समय सीमा में काम होता ही नहीं है। जब वार्ड के लोग विरोध में सडक़ पर उतर आते हैं तब काम में तेजी आती है।
>> शहर में ऐसे कई स्थान ऐसे हैं, जहां पाइप लाइन बिछाने के बाद सडक़ रेस्टोरेशन में लापरवाही बरती गई। बार-बार मांग के बाद भी सडक़ को पहले जैसे नहीं बनाया गया।
>> रेस्टोरेशन के काम भी गुणवत्ता मानकों की अनदेखी की गई। ऐसे में काम के बाद भी नागरिकों को सडक़ पर आवागमन में परेशानी हुई। स्टेशन रोड पहुंच मार्ग इसका बड़ा उदाहरण है।
हमारे वार्ड में सीवर लाइन के लिए पाइप लाइन डालने का काम दो माह में पूरा करना था। सीवर लाइन ठेकेदार ने चार माह में पूरा नहीं किया। काम जल्दी करवाने और गुणवत्त्ता का पालन करवाने के लिए अधिकारियों से कई बार कहा गया पर अधिकारी हैं कि सुनते ही नहीं हैं।
-प्रभात पांडेय वार्ड क्रमांक 8
सीवर लाइन के काम में पाइप लाइन बिछाने के बाद रेस्टोरेशन से पहले कम्पैक्शन के दौरान तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। इसका नुकसान यह होगा कि सडक़ बन जाने के बाद पाइप लाइन रेस्टोरेशन के आसपास जल्दी खराब होगी।
-मयंक मिश्रा इंजीनियर निवासी वार्ड 23
समझ में नहीं आ रही कि भरी बरसात सीवर लाइन वाले शहर की सडक़ों को कीचड़ से सराबोर करने पर क्यों आमादा हैं। स्टेडियम के बगल वाला मार्ग महीनों से बंद है। निर्माण कंपनी की मनमानी पर अंकुश लगाने प्रशासन भी बेबस है।
-जितेंद्र सिंह जित्तू, पार्षद
Created On :   10 July 2025 3:01 PM IST