क्रिकेट: युवराज ने कहा- IPL की मोटी रकम दबाव बढ़ाती है, खराब प्रदर्शन करने पर लोग नकारात्मक बातें करने लगते हैं

Yuvraj Singh reveals how pressure creeps in for IPLs expensive players, Said-With big money comes added responsibility
क्रिकेट: युवराज ने कहा- IPL की मोटी रकम दबाव बढ़ाती है, खराब प्रदर्शन करने पर लोग नकारात्मक बातें करने लगते हैं
क्रिकेट: युवराज ने कहा- IPL की मोटी रकम दबाव बढ़ाती है, खराब प्रदर्शन करने पर लोग नकारात्मक बातें करने लगते हैं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने सोमवार को कहा कि, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मिलने वाली मोटी रकम दबाव बढ़ाती है। उन्होंने आगे कहा की, IPL में महंगा बिकने वाला खिलाड़ी मिलने वाली मोटी रकम का दबाव तब महसूस करता है। जब वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता, तो लोग उसके बारे में नकारात्मक बातें करने लगते हैं कि, इस पर लगा इतना पैसा बर्बाद गया। बता दें कि, युवराज के नाम अभी भी IPL के सबसे महंगे खिलाड़ी का रिकॉर्ड है। युवराज को दिल्ली की फ्रेंचाइजी ने 2015 में 16 करोड़ रुपये में खरीदा था। युवराज का वो IPL अच्छा नहीं रहा था। उस साल उन्होंने 14 मैचों में 248 रन ही बनाए थे।

यह खबर भी पढ़ें - क्रिकेट: युवराज का खुलासा-फ्लिंटॉफ ने दी थी गला काटने की धमकी; उसके बाद ही मैनें गुस्से में लगाए थे छह छक्के

IPL में दबाव का कारण मोटी रकम
युवराज ने अपने पूर्व साथी मोहम्मद कैफ के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट में कहा, दबाव का कारण मोटी रकम होती है। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह खिलाड़ी को बदल देती है। आप जब सफलता की सीढ़ी चढ़ लेते हो तो लोग आपको नीचे खींचने लगते हैं। उन्होंने कहा, प्वाइंट यह है कि.. दबाव रहता है क्योंकि जब आप आउट हो जाते, अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो लोग कहने लगते हैं कि इसको इतना पैसा मिला और यह अच्छा नहीं कर रहा है। नकारात्मक खबरें ज्यादा बिकती हैं और यह आपको प्रभावित करती हैं। सारे युवाओं को मेरी सलाह है कि टीवी और अखबारों से दूर रहें। युवराज ने अपनी फील्डिंग को लेकर भी बात की और बताया कि वह कैसे अच्छे फील्डर बने।

यह खबर भी पढ़ें - Viral Pic: लॉकडाउन में कपिल देव का डैशिंग लुक- हेड शेव, चश्मा, बियर्ड और ब्लैक ब्लेजर ......

युवराज ने कहा, मैं काफी तेज था लेकिन फील्डिंग का आइडिया नहीं था। मेरे अपने पहले रणजी मैच में मैं 15-16 साल का था और मैंने खराब फील्डिंग की। अगले दिन अखबार में आर्टिकल आया जिसमें लिखा था गेटवे ऑफ इंडिया। उन्होंने कहा, मेरे पिताजी ने यह पढ़ा और कहा कि, अब मैं देखता हूं कि तू कैसे फील्डिंग नहीं सुधारता। वहां से मैं बेहतर होता चला गया।

Created On :   21 April 2020 5:52 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story