रिश्तों में खटास: मालदीव राष्ट्रपति मुइज्जू की जिद में एक बच्चे की गई जान

मालदीव राष्ट्रपति मुइज्जू की जिद में एक बच्चे की गई जान
  • मालदीव में भारत के विमान को उड़ान की इजाजत नहीं
  • चिकित्सा व्यवस्था में देरी
  • बच्चे को नहीं मिलने दिया भारत विमान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के एक गलत फैसले ने 14 साल के मासूम की जान ले ली। दरअसल जब बच्चे को मेडिकल इमरजेंसी के लिए भारतीय डोर्नियर विमान की अतिआवश्यकता थी,मालदीव सरकार ने जिसकी अनुमति नहीं दी। जिसके चलते बच्चे को समय पर उचित इलाज नहीं मिल पाया। और बच्चे की जान चली गई। मिली जानकारी के अनुसार ये घटना दो तीन पुरानी है। बताया जा रहा है कि बच्चे को ब्रेन ट्यूमर था और स्ट्रोक आने पर उसकी हालत गंभीर हो गई। परिजनों ने उसे गैफ अलिफ विलिंगिली स्थित उसके घर से राजधानी माले ले जाने के लिए एयर एंबुलेंस का अनुरोध किया था। परिवार चिकित्सा अधिकारी और व्यवस्था के असफल होने का आरोप सरकार पर लगा रहे है।

मालदीव के सांसद मीकैल नसीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है , 'भारत के प्रति राष्ट्रपति की दुश्मनी को पूरा करने के लिए लोगों को अपनी जान की कीमत नहीं चुकानी चाहिए।

आपको बता दें भारत की ओर से मालदीव को चिकित्सा निकासी और अन्य उच्च उपलब्धता आपदा रिकवरी गतिविधियों के लिए दो नौसैनिक हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान उपलब्ध कराए है। चीन दौरे से लौटने के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से 15 मार्च तक अपने सैनिकों को वापस बुलाने को कहा है। हालांकि भारतीय अधिकारियों का कहना है कि मुद्दे का समाधान खोजने के लिए बातचीत अभी भी जारी है। भारतीय सैनिकों को वापस लौटाने के मालदीव सरकार की जिद की वजह से भारतीय हेलीकॉप्टरों और विमानों का भाग्य अधर में है।

मालदीव और भारत के बीच रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे। मालदीव में सत्ता बदली तो रिश्ते भी बिगड़ते हुए बदलने लगे। पहले नवनिर्वाचित मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों ने भारतीय प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी को मजाक उड़ाया, उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने चीन का दौरा करके लौटने पर इस मुद्दे को समाधान के बजाय और गरमा दिया। अब दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आ गई है, तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

Created On :   21 Jan 2024 5:10 AM GMT

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