US Immigration Protest Violence: हिंसा की आग में जल रहा अमेरिका, अप्रवासियों के खिलाफ सरकार के एक्शन हो रहा विरोध, ट्रंप बोले - लॉस एंजिल्स को इनके कब्जे से आजाद कराएंगे

- लॉस एंजिल्स में अप्रवासियों के प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप
- ट्रंप सरकार की आव्रजन नीतियों का हो रहा विरोध
- मास्क पहनने वालों को तुरुंत गिरफ्तार करने के दिए गए आदेश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के लॉस एंजिल्स में अवैध प्रवासियों पर एक्शन के खिलाफ प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। इन्हें रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आदेश दिया है कि जो भी लोग प्रदर्शन के दौरान मास्क पहने दिख रहे हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि अब से किसी भी प्रदर्शन में मास्क पहनने की परमिशन नहीं दी जाएगी।
बता दें कि लॉस एंजिल्स में ट्रंप सरकार की आव्रजन (इमीग्रेशन) नीतियों के खिलाफ बीते 3 दिन से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। उपद्रवियों ने पूरे शहर में कई सड़कों पर आगजनी और तोड़फोड़ की है। इस दौरान सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले किया है। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी अमेरिका के झंडे पर थूकते और उन्हें जलाते भी देखे गए।
अप्रवासियों के कब्जे से आजाद कराएंगे लॉस एंजिल्स - ट्रंप
इन प्रदर्शनों में उपद्रवी मास्क पहनकर शामिल हो रहे हैं जिससे कि वे सिक्योरिटी कैमरों से बच सकें। राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे देखते हुए नेशनल गार्ड के जवानों और पुलिस को मास्क पहने लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि शहर पर अवैध प्रवासियों ने कब्जा कर लिया है, इसे जल्द ही आजाद कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लेने की बात भी कही है।
2 हजार नेशनल गॉर्ड्स तैनात
लॉस एंजिल्स में हालात को काबू करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने 2 हजार नेशनल गार्ड्स को तैनात करने का आदेश दिया है। हालांकि उनके इस फैसले का कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम और मेयर कैरेन बेस ने विरोध किया है। दरअसल, स्वतंत्र अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब बिना गवर्नर की परमिशन के नेशनल गार्ड्स की तैनाती की गई है। कैलिफोर्निया के गवर्नर और लॉस एंजिल्स के मेयर द्वारा गार्ड्स को तैनात करने के फैसले की आलोचना के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, "यदि कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजकम और लॉस एंजिल्स की मेयर करेन बास अपना काम नहीं कर सकते... तो संघीय सरकार हस्तक्षेप करेगी और समस्या का समाधान करेगी, दंगे और लुटेरे, जिस तरह से इसका समाधान किया जाना चाहिए!!!"
कैसे हुई हिंसा की शुरुआत?
इन विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत उस समय हुई जब, आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन यानी आईसीई विभाग ने लॉस एंजिल्स में दो होम डिपो, एक डोनट शॉप और फैशन डिस्ट्रिक्ट में एक कपड़ों के गोदाम समेत कई जगहों छापेमारी की। इस दौरान विभाग की टीम ने कई संदिग्ध दस्तावेजों वाले श्रमिकों को पकड़ा। जैसे ही विभाग के एजेंट्स अंदर गए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, गाड़ियों को रोका गया, गिरफ्तार किए लोगों को रिहा करने की मांग की।
इसके बाद विरोध प्रदर्शन तेजी से फैल गया, लोग डिटेंशन सेंटरों के बाहर एकत्रित हो गए। इस पर एक्शन लेते हुए सरकार ने प्रदर्शनकारियों की रैलियों को गैरकानूनी घोषित कर दिया। प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया, जिससे हिंसा और भड़क उठी। लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और उनके वाहनों को आग के हवाले कर दिया। ट्रंप सरकार ने इस हिंसा के पीछे अवैध प्रवासियों का हाथ बताया है जो कि पुलिस को उनका काम करने से रोक रहे हैं।
Created On :   9 Jun 2025 6:40 PM IST