आतंकवाद के खिलाफ: इंडोनेशिया के सबसे बड़े इस्लामी संगठन ने आतंक पर भारत का समर्थन देने का किया वादा

इंडोनेशिया के सबसे बड़े इस्लामी संगठन ने आतंक पर भारत का समर्थन देने का किया वादा
  • आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने और शांति को बढ़ावा देने की बात
  • भारत और इंडोनेशिया दोनों आतंकवाद जैसी चुनौती से गुजरे
  • दोनों देशों की आर्थिक विकास, राजनीतिक स्थिरता और शांति की एक जैसी आकांक्षाएं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडोनेशिया पहुंचे भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से वहां के सबसे बड़े इस्लामी संगठन नाहदतुल उलमा के कार्यकारी बोर्ड अध्यक्ष के. एच. उलिल अब्शार अब्दल्ला ने मुलाकात कर कई अहम बात की। अब्दल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने और शांति को बढ़ावा देने की बात जोरों शोरों से की। अब्दल्ला ने कहा आतंकवाद के सबसे बड़े शिकार खुद मुसलमान हैं, इसलिए इस खतरे को खत्म करने की सबसे पहली जिम्मेदारी भी मुसलमानों की ही बनती है। भारतीय सांसदों ने आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया, जिसे इंडोनेशियाई नेताओं ने स्वीकार किया और आतंक के खिलाफ भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही।

उन्होंने कहा, भारत और इंडोनेशिया दोनों आतंकवाद जैसी चुनौती से गुजर रहे हैं। दोनों ने भारत के साथ चरमपंथ से निपटने का अनुभव साझा किया। दोनों देशों की आर्थिक विकास, राजनीतिक स्थिरता और शांति की एक जैसी आकांक्षाएं हैं। इंडोनेशिया के इतिहास में भारतीय सभ्यता की छाप है, इसलिए दोनों देशों को लोगों के स्तर पर भी सहयोग करना चाहिए। अब्दल्ला की बातों को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने भारत के लिए सहानुभूतिपूर्ण बताया। जेडीयू सांसद झा ने आगे कहा कि अब्दल्ला ने ओआईसी में भारत का समर्थन देने पर भरोसा जताया

यहीं नहीं अब्दल्ला ने आगे कहा कि धर्म का इस्तेमाल हिंसा को जायज ठहराने के लिए नहीं किया जा सकता। यह बहुत खतरनाक है। वो यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा, कुछ समूह इस्लाम के नाम पर हिंसा फैला रहे है। जो गलत है, क्योंकि इस्लाम शांति का धर्म है। प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया की नेशनल मंडेट पार्टी और कई प्रमुख थिंक टैंक व शिक्षण संस्थानों के अधिकारियों से भी मुलाकात की।

Created On :   30 May 2025 4:05 PM IST

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