SCO Summit 2025: 'हम भारत और रूस के संबंधों का...', जानें पुतिन संग मीटिंग में शहबाज शरीफ ने किन मुद्दों पर की चर्चा

हम भारत और रूस के संबंधों का..., जानें पुतिन संग मीटिंग में शहबाज शरीफ ने किन मुद्दों पर की चर्चा

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन में शंघाई शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वर्ता हुई थी। इस दौरान शहबाज ने पुतिन से कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ सहयोगी रिश्ते बनाना चाहता है। इसके अलावा शहबाज ने भारत-रूस संबंधों को लेकर बयान दिया है।

    एससीओ समिट में शहबाज और पुतिन ने की द्विपक्षीय चर्चा

    पाकिस्तानी पीएम ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वह भारत और रूस के रिश्तों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं और कहना चाहूंगा कि मुझे आपके भारत के साथ रिश्तों का सम्मान है और यह पूरी तरह से ठीक है, लेकिन हम भी मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं, जो क्षेत्र के लिए सहायक और पूरक होंगे।"

    वहीं, शहबाज शरीफ ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भी मीटिंग की थी। इस मीटिंग में शहबाज ने जिनपिंग के साथ चीन और पाकिस्तान संबंधों को सशक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया था। जिनपिंग ने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ आर्थिक गलियारा (CPEC) और मुक्त व्यापार समझौते (CPFTA) के उन्नत संस्करण बनाने के लिए राजी है। चीनी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान से अनुरोध किया कि वह चीन के कर्मचारियों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।

    चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भी की मीटिंग

    एससीओ शिखर सम्मेलन में शहबाज शरीफ ने चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग द्वारा पेश की गई ग्लोबल गवर्नेंस इनिशिएटिव (जीजीआई) की तारीफ की थी। साथ ही जिनपिंग ने इसे शांति, विकास और स्थिरता के लिहाज से काफी अहम बताया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि पाकिस्तान इस पहल का पूरा समर्थन करेगा और इसे लागू करने में सक्रिय योगदान देगा।

    उधर, एससीओ सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता का संदेश दिया था। उन्होंने कहा, "सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास की आधारशिला हैं, लेकिन आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद इस रास्ते में बड़ी चुनौतियां हैं। आतंकवाद केवल एक देश की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है, बल्कि यह मानवता के लिए साझा चुनौती है। इसलिए, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता पर जोर दिया।"

    पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने अल कायदा और इससे जुड़े आतंकवादी संगठनों के खिलाफ संयुक्त जानकारी अभियान की पहल की और आतंक वित्तपोषण के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने शहबाज शरीफ का समर्थन के लिए धन्यवाद भी किया।

    Created On :   2 Sept 2025 11:50 PM IST

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