वैलेंटाइन डे: इस वैलंटाइन डे हो जाए सावधान! ऑनलाइन डेटिंग एप में एआई पार्टनर बन तोड़ रहा आशिकों के दिल

इस वैलंटाइन डे हो जाए सावधान! ऑनलाइन डेटिंग एप में एआई पार्टनर बन तोड़ रहा आशिकों के दिल
  • आने वाले वैलेंटाइन डे पर हो जाए सावधान
  • डेटिंग एप पर यूजर्स के साथ हो रहे स्कैम्स
  • रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया में कप्लस पर वेलंटाइन डे का खुमार छाया हुआ है। इंटरनेट पर कई लोग इश्क लड़ाने में लगे हुए हैं। यदि आप भी इन्हीं में से एक हैं, तो खासतौर पर यह खबर आपके लिए ही हैं। हाल ही में ऑनलाइन डेटिंग एप और वेबसाइट पर स्कैम से जुड़ी कई तरह की खबरें सामने आई हैं। जिसमें बताया गया है कि इंसानों की आड़ में एआई पॉर्टनर बनकस सामने वाले व्यक्ति के साथ स्कैम कर रहा है। इंटरनेट पर ऑनलाइन डेटिंग एप के नाम पर स्कैमर्स का गिरोह लोगों के साथ इस तरह के जालसाजी कर रहे हैं।

इस बारे में टेक बेस्ड कंपनी एमएसआई-एसीआई ने एक ताजा रिसर्च की थी। जिसमें ऑनलाइन रोमांस और डेटिंग जैसे स्कैम्स के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जैसे-जैसे टेक्नॉलाजी एडवांस होती जा रही हैं। वैसे-वैसे एआई टूल और भी ज्यादा अपग्रेड हो चुके हैं। दरअसल, स्कैमर्स ऑनलाइन डेटिंग वेबसाइट में एआई टूल्स के सॉफ्टवेयर को बढ़ी ही चालाकी के साथ डिजाइन करते हैं। इस विशेष तरह के एआई टूल में फेक प्रोफाइल, ह्यूमन बेस्ड चैटिंग और टॉकिंग जैसी तकनीकिों को बड़े ही आसानी के साथ अंजाम देते हैं। बता दें, एआई की इस रिसर्च प्रोग्राम में 7 देशों के लगभग 7000 लोगों शामिल हुए थे।

एआई टूल्स के जरिए किया जाता है स्कैम

इस रिसर्च में मुख्य तौर पर वैलेंटाइन डे के बारे में बताया गया है। सात दिन चलने वाले वैलेंटाइन वीक को लेकर बताया गया है सोशल मीडिया पर कैसे डेटिंग के नाम पर यूजर्स को शिकार बनाया जाता है। यूजर्स के साथ किया जा रहा यह स्कैम काफी खतरनाक साबित हो सकता है। डेटिंग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एआई टूल्स से स्पैम ईमेल्स की संख्या 400 फीसदी के पार जा चुकी है। इसके अलावा मालवेयर की संख्या भी करीब 25 फीसदी बढ़ चुकी हैं। ऐसे में इंटरनेट पर मालिशियस यूआरएल की मात्रा भी 300 फीसदी से ज्यादा हो गई हैं।

भारत में इन स्कैम्स की संख्या अधिक

ऑनलाइन डेटिंग और रोमांस से जुड़े स्कैमों के बारे में साइबर सिक्योरिटी कंपनी टेनेबल ने जानकारी शेयर की है। कंपनी के मुताबिक, भारत में इस तरह के स्कैम्स तेजी से पैर पसार रहे हैं। डीपफेक और जेनरेटिव एआई की मदद से वीडियो कॉल के वक्त कोई भी शख्स लड़की के गेटअप में किसी भी व्यक्ति से बातचीत कर सकता है। ऐसे में ऐआई जनरेटेड वॉइस और वीडियो की सहायता से यूजर्स को स्कैम्स के झाल में फंसा लिया जाता है । इससे आम यूजर्स इतने ज्यादा परेशान हो चुके हैं कि उन्हें यह पता ही नहीं चलता कि वह लड़की से बात करे रहे हैं या फिर एआई से।

स्कैम से अपना बचाव करें

इस तरह के स्कैम से बचने का एक ही तरीका है कि आप इंटरनेट पर किसी भी अंजान यूजर से दोस्ती या रोमांस न करें। किसी भी व्यक्ति को वास्तविक तौर पर जाने बगैर उनसे ऑनलाइन बातचीत न करें। यदि आप किसी स्कैम का हो गए तो, इसमें आपके पैसें भी डूब सकते हैं। इंटरनेट पर शुरुआत में किसी भी नए शख्स से दोस्ती करने से पहले आप उनके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करे लें। इसके बाद ही सोच समझकर कोई फैसला करें।

Created On :   13 Feb 2024 5:48 PM GMT

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