Operation Sindoor: कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में जानें ये अहम बातें, जिन्होंने बताया कैसे दिया था 'सिंदूर ऑपरेशन' को अंजाम

- पहलगाम में हुए हमले का भारत ने लिए बदला
- 9 आतंकी ठिकानों को टार्गेट
- विंग कमांडर व्योमिक सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने दी देश को जानकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए हमले में 26 आम नागरिकों ने अपनी जान खोई थी। हमले के बाद ही पूरे देश के लोगों के मन में गुस्सा था और हर किसी को बदला लेना था। भारत ने करीब 15 दिन बाद ही उन नागरिकों का बदला ले लिया है। भारतीय सेना की तरफ से मंगलवार की देर रात को पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को तहस नहस कर दिया है। हमले के तुरंत बाद ही पाकिस्तान ने अपने घुटने टेक दिए थे।
आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें तीन मुख्य लोग मौजूद थे जिन्होंने पूरी जानकारी दी थी। उनमें भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ महिला सैन्य अधिकारी भी मौजूद थीं। पहली कर्नल सोफिया कुरैशी और दूसरी विंग कमांडर व्योमिका सिंह थीं और उन अधिकारियों ने भारतीय सेना के जवाबी हमले को दुनिया के सामने रखा था और भारतीय सेना ने किस तरह से पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक की थी। साथ ही ये भी बताया था कि कैसे भारतीय सेना आतंकवाद को कम करने की कोशिश में लगी हुई है।
सोशल मीडिया पर वायरल
सोशल मीडिया पर इन दोनों ही अधिकारियों की चर्चा जारी है। हर भारतीय नागरिक इनकी तारीफ कर रहा है। लेकिन बहुत ही कम लोगों को इन अधिकारियों के बारे में जानकारी होगी। तो चलिए इन दोनों महिला अधिकारियों के बारे में जानते हैं।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
कर्नल सोफिया कुरैशी ने हिंदी में पूरी जानकारी दी है। उन्होंने पाकिस्तान की धज्जियां उड़ा दी हैं और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों की छोटी से छोटी जानकारी दुनिया के सामने रखी है। बता दें, कर्नल सोफिया कुरैशी गुजरात की रहने वाली हैं और बायोकेमेस्ट्री में ग्रैजुएटेड हैं। सोफिया कुरैशी कॉर्प्स ऑफ सिग्नल से जुड़ी हुई अधिकारी हैं। 35 साल की सोफिया कुरैशी इस समय पहली महिला ऑफिसर हैं, जिन्होंने इंडियन आर्मी के पूरे कॉन्टिजेंट को कई देशों की सैन्य एक्सरसाइज में लीड किया है। वहीं, साल 2016 में वो एक्सरसाइज फोर्स 18 मिलिट्री ड्रिल का भी हिस्सा रह चुकी हैं और उसको लीड भी कर चुकी हैं।
कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?
विंग कमांडर व्योमिका सिंह को 18 सितंबर 2004 को भारतीय वायुसेना में कमीशन हुई थीं। उनको मौजूदा समय की सबसे बेहतरीन विंग कमांडरों में से एक माना जाता है। जिनके पास फाइटर जेट्स उड़ाने का बेहतरीन एक्सपीरियंस है। उनके पास चीता, चेतक जैसे कई सारे फाइटर जेट्स उड़ाने में महारथ हासिल है। व्योमिका सिंह वायुसेना में आने के 13 साल बाद विंग कमांडर के पद पर नियुक्त की गई थीं। विंग कमांडर के पास हजारों घंटे फ्लाइंग ऑवर्स का अनुभव है जो कि उनको काफी सक्षम बनाता है।
क्लास 6 में ही आ गया था वायुसेना में शामिल होने का ख्याल
व्योमिका सिंह ने बताया कि उनके क्लास में डीबेट चल रही थी और उस समय नामों का मतलब पूछा जा रहा था। तो उनके नाम का मतलब था जो आसमान को मुट्ठी में रखते हैं। इसके बाद से ही उन्होंने ठान लिया था कि वो भी आसमान में उड़ेंगी और आसमान उनका होगा। व्योमिक सिंह ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई पूरी करते यूएपीएससी की मदद से एयरफोर्स में आई थीं और फिर हेलीकॉप्टर पायलट बन गई थीं। क्योंकि हेलीकॉप्टर पायलट होने पर कई सारे मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं जो कि आपको बहुत ही ज्यादा मजबूती देते हैं। इतना ही नहीं बल्कि जब साल 2021 में वायुसेना की जिस महिला विंग ने माउंट मणिरंग की चढ़ाई करके इतिहास रचा था वो भी विंग कमांडर व्योमिका सिंह ही थीं।
Created On :   7 May 2025 1:56 PM IST