संसद की सुरक्षा में सेंध मामला: गृह मंत्रालय ने उठाया बड़ा कदम, एसआईटी का किया गठन, 6 में से 5 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

गृह मंत्रालय ने उठाया बड़ा कदम, एसआईटी का किया गठन, 6 में से 5 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
  • गृह मंत्रालय ने किया एसआईटी का गठन
  • डीजी अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में हुआ गठन
  • अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी होंगे शामिल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की सबसे सुरक्षित जगहों में से एक संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले 5 लोगों को पहचान हो गई है। पुलिस के अनुसार मामले शामिल 6 में से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अभी फरार है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान लोकसभा के अंदर कूदने और धुंआ फैलाने वाले दो लोगों की पहचान सागर शर्मा और डी मनोरंजन के रुप में हुई है। इन दोनों ही आरोपियों को संसद में मौजूद सांसदों ने पकड़ लिया और जमकर इनकी धुनाई की। इसके बाद इन्हें वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया। इसके अलावा परिसर में दो अन्य लोगों ने प्रदर्शन करते हुए केन के माध्यम से धुआं किया और साथ में तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगाया। इनके नाम अमोल शिंदे और नीलम हैं। वहीं इनका पांचवा साथी जिसका नाम ललित है वो भी उनके साथ संसद परिसर में आया था लेकिन हंगामा होने पर वह भाग गया। जानकारी के मुताबिक वह अभी फरार है। जबकि इनके छठवे साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस बीच गृह मंत्रालय ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। जानकारी के मुताबिक एसआईटी का गठन लोकसभा सेक्रेटरी जनरल के पत्र पर गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में किया है। साथ ही इसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल होंगे।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ''कमेटी इस बात की जांच करेगी कि सुरक्षा में कैसे चूक हुई और सुरक्षा में हुई कमी की वजह जानकर कार्रवाई करेगी। कमेटी इसके अलावा सुरक्षा बेहतर करने को लेकर जल्द से जल्द रिपोर्ट देगी।''

भाजपा सांसद के लेटर पास की जरिए हुए किया प्रवेश

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये सभी आरोपी सांसद प्रताप सिम्हा के लेटर पर पास जारी करा कर आए थे। बता दें कि सिम्हा कर्नाटक के मैसुरू से सांसद हैं। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ने इस घटना पर कहा कि सदन द्वारा इस घटना की जांच कराई जा रही है। बता दें कि आज संसद भवन पर आतंकी हमले की बरसी थी। ऐसे में इतने महत्वपूर्ण दिन इस तरह की चूक सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़ी करती है।

Created On :   13 Dec 2023 6:03 PM GMT

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