Coronavirus in MP: निजामुद्दीन से मध्यप्रदेश आए 107 लोगों में से 31 भोपाल की मस्जिदों में मिले, प्रदेश में अब तक 66 संक्रमित, 5 की मौत

Coronavirus in MP: निजामुद्दीन से मध्यप्रदेश आए 107 लोगों में से 31 भोपाल की मस्जिदों में मिले, प्रदेश में अब तक 66 संक्रमित, 5 की मौत
हाईलाइट
  • इंदौर में टोटल लॉकडाउन
  • सिर्फ दूध विक्रताओं को सुबह 8 से 10 बजे तक छूट
  • प्रदेश में सबसे ज्यादा 44 लोग इंदौर में कोरोना वायरस से संक्रमित
  • मप्र के 9 लाख पंजीकृत कामगारों के खातों में 1000 रुपए जमा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां की व्यापारिक नगरी और मिनी मुंबई के नाम से मशहूर इंदौर में मंगलवार को 17 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही अब यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। वहीं प्रदेश में यह आंकड़ा 66 पर पहुंच गया है। अब तक यहां 5 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मंगलवार को दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज से लौटे 31 लोगों की पहचान भोपाल पुलिस ने कर ली है। पुलिस ने इन्हें तीन अलग-अलग मस्जिदों से पकड़ा है। फिलहाल सभी का चिकित्सकीय निरीक्षण कर सैंपल ले लिए हैं और उन्हें वहीं मस्जिदों में क्वारंटाइन कर दिया गया है। 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे लेकर पूरी तरह सावधान हैं। शिवराज कहा कि मैंने उन सभी 107 लोगों की पहचान के आदेश दिए हैं जो मरकज में शामिल हुए थे। पुलिस ने इनमें से कुछ की पहचान कर ली है और इन्हें क्वारंटीन केंद्र भेजा जा रहा है। बाकी लोगों की तलाश जारी है।

मध्यप्रदेश आये 107 लोगों में से भोपाल में मिले 31 लोग
जानकारी अनुसार निजामुद्दीन के मरकज में शामिल 107 लोग मध्यप्रदेश में दाखिल हुए हैं। मप्र सरकार के अफसर अब इन लोगों की तलाश कर रही है। मंगलवार को भोपाल में 50 लोगों के पहुंचने की जानकारी मिली है। इनमें से ऐशबाग के रहमानी मस्जिद से 11 लोगों की जमात मिली है। ये बर्मा से दिल्ली निजामुद्दीन और फिर भोपाल आए थे। वहीं जहांगीराबाद की सिकंदराजहां मस्जिद से 8 और एक अन्य मस्जिद से 12 लोगों की जमात मिली है। ये सभी दिल्ली की निजामुद्दीन मजार में रुके थे।

मस्जिद में किया क्वारंटाइन, 4 दिन से ढूंढ रही थी पुलिस
फिलहाल इन्हें मस्जिद में ही क्वारंटाइन कर दिया गया है। मेडिकल की टीम ने सभी का निरीक्षण किया है और कोरोना की जांच के सेंपल भेजे हैं। बता दें कि पुलिस इन्हें 4 दिन से इन सभी की तलाश कर रही थी। पुलिस भोपाल में और लोगों की भी तलाश कर रही है। वहीं जानकारी मिली है कि भारी संख्या में जमातें भोपाल आकर भी वापस भी लौटी हैं। पुलिस इनकी भी जानकारी लेने में जुटी है। 

राज्य में मंगलवार को 19 नए केस
मंगलवार को मप्र में 19 केस सामने आए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार की रात को जारी किए गए कोरोना बुलेटिन के अनुसार, इंदौर में 17 मरीजों के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं और यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। इसके अलावा भोपाल में 4, जबलपुर में 8, ग्वालियर व शिवपुरी में 2-2 और उज्जैन में 6 मरीज हैं। इस तरह राज्य में अब कोरोना के पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 66 हो गई है। जिलाधिकारी मनीष सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि ये वे लोग हैं जो क्वारंटाइन में थे। ये सभी इंदौर के भीतरी इलाकों के निवासी हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है। लोगों को डरने और घबराने की जरुरत नहीं है। वे घरों से न निकलें, प्रशासन उनकी जरुरतों का पूरा ध्यान रख रहा है और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के प्रयास जारी है।

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इंदौर में एक और मौत, राज्य में अब तक 5 की जान गई
कोरोना बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को प्रदेश में एक और कोरोना पीड़ित व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया। इंदौर में 49 साल की महिला जरीन बी की सोमवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मेडि​कल रिपोर्ट के मुताबिक वह कोरोना वायरस से पीड़ित थीं और वह डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर की पैशेंट थीं। राज्य में अब तक कोरोना पीड़ित पांच लोगों की मौत हुई है, इनमें तीन इंदौर और दो उज्जैन के हैं। राज्य में मरीजों की संभावित संख्या को देखते हुए इंदौर में 17, जबलपुर में छह, उज्जैन, ग्वालियर व शिवपुरी में दो-दो नियंत्रण क्षेत्र स्थापित कर उन्हें कंटेनमेंट के अंदर लाया गया है।

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इंदौर में कई इलाकों लोग क्वारंटाइन
सूत्रों का कहना है कि, इंदौर में रानीपुरा, नयापुरा, दौलतगंज, हाथीपाला आदि वे स्थान है जहां बड़ी संख्या में लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। उन्हीं में से नए मरीज सामने आए है। इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ का कहना है कि प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन के लिए कई बगीचों को लिया गया है, वर्तमान में हालात चिंताजनक है, सभी को इस स्थिति की गंभीरता से समझना होगा। सभी लोग घर में रहे, इससे संक्रमण को रोका जा सकता है।

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इंदौर में टोटल लॉकडाउन
सरकार ने इंदौर को लेकर खास रणनीति पर काम शुरू किया है। इसके चलते तीन दिन का टोटल लॉकडाउन किया गया है। सेमवार को पूरे दिन दूध, दवा, सब्जी सहित अन्य जरूरी सामान लोगों को उपलब्ध नहीं हो पाया। यहां दूध-दवाएं, सब्जी और किराना स्टोर्स सब बंद हैं। इसका उल्लंघन करने पर जेल जाना पड़ेगा। इसके लिए इंदौर प्रशासन ने खुली जेल भी बनाई है। भोपाल-इंदौर सीमा सील है। लोगों को हेल्थ चेकअप के बाद ही एंट्री मिलेगी। उन्हें वाजिब कारण भी बताना होगा। राजधानी में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मस्जिदों से भी लगातार लाउडस्पीकर पर अपील की जा रही है कि नमाज घर में ही अदा करें।

सिर्फ दूध विक्रताओं को सुबह 8 से 10 बजे तक छूट
जारी आदेश के अनुसार, जिला प्रशासन द्वारा दूध वाहन और दूध विक्रेताओं को आने-जाने और प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक घर-घर दूध प्रदाय करने की छूट दी गई है। इंदौर शहर के किसी भी व्यक्ति को किसी भी स्थिति में घर से बाहर जाकर दूध लाने या अन्य कार्य की अनुमति नहीं होगी। इसी तरह गैस सिलेंडर घर पहुंचाने के लए डिलिवरी ब्वॉय व वाहन चालक को छूट रहेगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि पूर्ण तालाबंदी के दौरान मंगलवार (31 मार्च) से आवश्यक वस्तुओं, खाद्य सामग्री, गैस और दवा कंपनी के कर्मचारियों को छूट दी जा रही है।

मप्र के 9 लाख पंजीकृत कामगारों के खातों में 1000 रुपये जमा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश भवन एवं संनिर्माण कल्याण कर्मकार मंडल के पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के खातों में 88 करोड़ 50 लाख 89 हजार रुपए की आपदा राशि एक क्लिक से ट्रांसफर की। इससे आठ लाख 85 हजार 89 पंजीकृत निर्माण श्रमिकों में से प्रत्येक को एक हजार रुपए प्राप्त होंगे। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने निर्माण श्रमिकों से कहा कि संकट के इस समय के दौरान सरकार उनके साथ खड़ी है। वे बस लॉकडाउन का पालन करें और अपने घरों में ही रहें। सरकार श्रमिकों की बेहतरी के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर श्रमिक अभिषेक जैन और आनंद राम साहू से भी बात की। इस दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस तथा श्रम विभाग के प्रमुख सचिव अशोक शाह भी उपस्थित थे।

Created On :   31 March 2020 9:17 AM GMT

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