रक्षामंत्री का भुज एयरबेस दौरा: राजनाथ सिंह बोले ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ एक ट्रेलर, हम पूरी पिक्चर भी दुनिया को दिखाएंगे

राजनाथ सिंह बोले ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ एक ट्रेलर, हम पूरी पिक्चर भी दुनिया को दिखाएंगे
  • रक्षामंत्री बोले, भारतीय वायुसेना के लिए, सिर्फ 23 मिनट काफी थे
  • राजनाथ सिंह ने भुज एयरबेस से पाकिस्तान को चेतावनी दी
  • पाकिस्तान को मिलने वाले IMF की फंडिंग पर भी सवाल उठाए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज (16 मई 2025, शुक्रवार) गुजरात के भुज एअरबेस पहुंचे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भुज में यह उनका पहला दौरा है। उन्होंने यहां ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को शिकस्त देने वाले जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला अफजाई भी किया। भारतीय वायुसेना के जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, "ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ एक ट्रेलर मात्र था। जब सही समय आएगा, हम पूरी पिक्चर भी दुनिया को दिखाएंगे।"

उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर जवानों को बधाई देते हुए कहा कि, आपके पराक्रम ने यह दिखा दिया, कि यह वो सिन्दूर है, जो श्रृंगार का नहीं, बल्कि शौर्य का प्रतीक है। यह वो सिन्दूर है, जो सौंदर्य का नहीं, बल्कि संकल्प का प्रतीक है। यह सिन्दूर, खतरे की वह लाल लकीर है, जो भारत ने अब आतंकवाद के माथे पर खींच दी है।

भुज में क्या बोले रक्षा मंत्री?

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भुज एयरबेस के दौरे पर भारतीय वायुसेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे देश की मजबूत भुजा, भुज में, आप सबके बीच आकर मुझे बड़ा गर्व हो रहा है। यह भुज, 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी रहा है। यह भुज, 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी रहा है और आज एक बार फिर, यह भुज, पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का साक्षी बना है। इसकी मिट्टी में देशभक्ति की खुशबू है, और यहाँ के जवानों में भारत की सुरक्षा का अडिग संकल्प।

रक्षा मंत्री ने कहा कि, यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमारी एयरफोर्स की पहुंच पाकिस्तान के हर कोने तक है, यह बात पूरी तरह साबित हो चुकी है। आज स्थिति यह है कि भारत के फाइटर प्लेन बिना सरहद पार किए ही, यहीं से उनके हर कोने तक प्रहार करने में सक्षम है। पूरी दुनिया ने देख लिया है कि कैसे आपने पाकिस्तान की धरती पर मौजूद, आतंकवाद के नौ ठिकानों को ध्वस्त कर दिया; बाद में की गई कारवाई में उनके अनेक एयरबेस तबाह कर दिए।

उन्होंने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान आपने जो कुछ किया, उसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है। भारतीय वायुसेना के लिए, सिर्फ 23 मिनट काफी थे, पाकिस्तान की सरजमीं पर पल रहे आतंक के अजगर को कुचलने के लिए। मैं यह कहूं तो गलत नहीं होगा, कि जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों का निपटारा कर दिया। आपने दुश्मन की सीमा के भीतर जाकर जो मिसाइल गिराए, उसकी गूंज पूरी दुनिया ने सुनी और वास्तव में वह गूंज, सिर्फ मिसाइल की ही नहीं थी, वह गूंज आपके शौर्य और भारत के पराक्रम की थी।

उन्होंने कहा कि, ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान इंडियन एयरफोर्स ने केवल पराक्रम ही नहीं दिखाया है, बल्कि पूरी दुनिया के सामने प्रमाण भी दिया है। प्रमाण इस बात का कि अब भारत की युद्ध नीति और तकनीकी दोनों बदल चुकी है। आपने नए भारत का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचाया है। यह संदेश है कि अब भारत केवल विदेशों से इंपोर्ट किए गए हथियारों और प्लेटफॉर्म्स पर निर्भर नहीं है, बल्कि भारत में बने अस्त्र और शस्त्र भी हमारी सैन्य शक्ति का हिस्सा बन चुके हैं। अब भारत में बने और भारतीय हाथों से बने हथियार भी अचूक और अभेद हैं, यह पूरे विश्व ने देख लिया है।

रक्षामंत्री ने कहा कि, आप सब तो जानते ही होंगे, कि भारत में जब भी कोई उपद्रवी तत्व होता है, जिसको लेकर यह आशंका रहती है, कि यह भविष्य में कुछ उपद्रव कर सकता है, तो उसको मजिस्ट्रेट या पुलिस द्वारा, गुड बिहैवियर के प्रोबेशन पर रखा जाता है। अगर वह व्यक्ति, प्रोबेशन के दौरान कोई भी शरारत करता है, तो उसे उचित दंड दिया जाता है। ठीक उसी तरह, वर्तमान सीजफायर में, हमने पाकिस्तान को बिहैवियर के आधार पर, अभी प्रोबेशन पर रखा हुआ है। यदि उसका बिहैवियर सुधरता है, तब तो ठीक; और यदि बिहैवियर में फिर से गड़बड़ी आती है, तो उसको कड़े से कड़ा दंड दिया जाएगा। मैं रिपीट कर रहा हूँ, पाकिस्तान को हमने प्रोबेशन पर रखा है।

उन्होंने पाकिस्तान को मिलने वाले IMF की फंडिंग पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, ‘लश्कर ए तैयबा और जैश ए मुहम्मद’ के मुरीदके और बहावलपुर स्थित आतंकी बुनियादी ढांचा को फिर से खड़ा करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने आर्थिक सहायता देने के ऐलान किया है। निश्चित रूप से IMF से आने वाले एक बिलियन डॉलर के बड़े हिस्से को आतंकी बुनियादी ढांचा को फंड करने में इस्तेमाल होगा। क्या यह IMF द्वारा जो कि एक अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा इनडायरेक्ट फंडिंग नहीं माना जाएगा?

Created On :   16 May 2025 1:57 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story