Deputy CM Devda controversial statement: 'मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया..', आलोचना होने पर डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने दी सफाई, अब बोले - सेना के चरणों में देश नतमस्तक

- एमपी कैबिनेट के एक और मंत्री की सेना पर विवादित टिप्पणी
- कांग्रेस ने लगाया सेना के अपमान का आरोप
- विवाद बढ़ने पर डिप्टी सीएम देवड़ा ने दी सफाई
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारतीय सेना को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने सफाई दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा उन्होंने सेना के अपमान में नहीं बल्कि सम्मान में बात कही थी।
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस इसे गलत तरीके से पेश कर रही है। मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने कहा था कि देश की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में जबरदस्त काम किया है और देश की जनता भारतीय सेना के सामने नतमस्तक है। मुझे लगता है कि जो लोग साजिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मेरे कहने का मतलब था कि 'देश की जनता भारत की सेना के चरणों में नतमस्तक है।'
होगी कानूनी कार्रवाई
डिप्टी सीएम ने कहा, 'बयान में मेरा अभिप्राय यह था कि देश की रक्षा करने वाले सेना जांबाज जवानों के चरणों में देश की जनता प्रणाम करती है, मेरे इस बयान को गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है। मैंने कोई ऐसा बयान हीं नहीं दिया है जिसके उसके लिए माफी मांगी जाए और न ही मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। जिस तरीके से बयान को गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है वह मन को आहत करने वाला है, ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या था जगदीश देवड़ा का बयान?
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने शुक्रवार को जबलपुर में कहा कि मन में बहुत क्रोध था कि जो पर्यटक गए थे, उनका धर्म पूछकर चुन-चुनकर मारा गया। महिलाओं को एक तरफ खड़ा करके, उनके सामने गोली मारी गई। बच्चों के सामने गोली मारी गई। उस दिन से पूरे देश के दिमाग में तनाव था कि जब तक इसका बदला नहीं लिया जाएगा, जब तक उन लोगों को नहीं मारा जाएगा जिन्होंने माताओं के सिंदूर को मिटाने का काम किया, तब तक चैन की सांस नहीं लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री जी को हम धन्यवाद देना चाहेंगे। पूरा देश, देश की सेना, सैनिक उनके चरणों में नतमस्तक हैं। उन्होंने जो जवाब दिया है, उसकी जितनी सराहन की जाए, कम है।
बता दें कि उनसे पहले एमपी के जनजातीय मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया ता। जिसके बाद एमपी हाईकोर्ट ने पुलिस को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिय़ा था। मंत्री इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। इस पर सुनवाई सोमवार को होगी।
Created On :   16 May 2025 6:14 PM IST