Jagdeep Dhankhar Resigns: जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच जेपी नड्डा ने तोड़ी चुप्पी, मीटिंग में लगने वाली अटकलों पर लगाया फुल स्टॉप! जानें किन बातों पर दिया जोर

- जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा
- जगदीप धनखड़ के इस्तीफे और मीटिंग को लेकर लगाई जा रही हैं अटकलें
- अटकलों को शांत करते हुए जेपी नड्डा ने दिया बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसको लेकर सियासी हलचल देखने को मिल रही है। एक तरफ धनखड़ का इस्तीफा तो दूसरी तरफ विपक्ष की अटकलें तेज हैं। कांग्रस ने ये भी कहा है कि, जगदीप धनखड़ की बैठक में जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू शामिल नहीं हुए थे, इस वजह से ही जगदीप धनखड़ को बुरा लगा और उन्होंने सोमवार की शाम को ही इस्तीफा दे दिया है। बता दें, जगदीप धनखड़ ने इस्तीफे में सेहत का हवाला दिया है। इस पर ही अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या सच में धनखड़ की सेहत का मामला है या जेपी नड्डा के मीटिंग में ना शामिल होने और सदन में रिकॉर्ड वाली बात से उन्होंने ये फैसला ले लिया है। इन सबका जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि, वे किसी महत्वपूर्ण संसदीय काम में व्यस्थ थे।
जेपी नड्डा ने क्या कहा?
जेपी नड्डा ने बयान देते हुए कहा है कि, मैं किसी अहम संसदीय काम में व्यस्थ था, इस वजह से ही मैं धनखड़ की बैठक में शामिल नहीं हो पाया था। इसकी सूचना उपराष्ट्रपति के कार्यालय को दे दी गई थी। साथ ही उन्होंने अपने 'आप जो बोल रहे हैं रिकॉर्ड में नहीं जाएगा' वाले बयान को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि, मैंने राज्यसभा में जो बात कही कि जो मैं बोल रहा हूं वही ऑन रिकॉर्ड जाएगा, आप जो बोल रहे हैं वो रिकॉर्ड में नहीं जाएगा ऐसा मैंने विपक्ष के टोकने पर बोला था ना कि उपराष्ट्रपति के लिए।
धनखड़ ने पत्र में क्या लिखा?
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा स्पीकर जगदीप धनखड़ ने सोमवार की रात को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा है। उन्होंने पत्र में बताया कि स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते वह तत्काल प्रभाव से संविधान के अनुच्छेद 67(a) के तहत अपने इस्तीफे का एलान करते हूं। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति को उनके सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया।
Created On :   22 July 2025 11:13 AM IST