Jammu Kashmir Politics: गुलाम नमी आजाद को लगा बड़ा झटका, दिग्गज नेताओं ने छोड़ी पार्टी, कांग्रेस का थामा हाथ

- ताज मोहिउद्दीन और गुलाम मोहम्मद सरूरी ने छोड़ी डीपीएपी
- कांग्रेस में हुए शामिल
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के प्रभारी महासचिव नासिर हुसैन ने किया स्वागत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के दो दिग्गज नेता ताज मोहिउद्दीन और गुलाम मोहम्मद सरूरी अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के प्रभारी महासचिव नासिर हुसैन, केंद्र शासित प्रदेश पार्टी प्रमुख तारिक हामिद कर्रा ने दोनों का पार्टी में स्वागत किया।
2022 में कांग्रेस छोड़ डीपीएपी में हुए थे शामिल
उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी विधानसभा सीट के पूर्व विधायक ताज मोहिउद्दीन पहले कांग्रेस में ही थे। उन्होंने अगस्त 2022 में गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने पर उनके साथ डीपीएपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने पिछले साल अगस्त में आजाद की पार्टी से नाता तोड़ लिया था और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें चुनाव में जीत हासिल नहीं हुई थी।
मोहिउद्दीन की तरह ही गुलाम मोहम्मद सरूरी भी साल 2022 में कांग्रेस छोड़ आजाद की पार्टी डीपीएपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में इंदरवाल से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
दोनों नेताओं का कांग्रेस में स्वागत करते हुए पार्टी के प्रदेश प्रबारी नासिर हुसैन ने कहा, 'यह जम्मू-कश्मीर में पार्टी के लिए खुशी का क्षण है क्योंकि जो लोग किसी न किसी कारण से हमसे अलग हो गए थे, वे वापस आ गए हैं। वे वरिष्ठ नेता हैं जो विधायक और मंत्री रह चुके हैं।'
'उन्होंने मेरी गलती माफ कर दी'
कांग्रेस में वापसी पर मोहिउद्दीन ने कहा, 'मैं 40 साल से पार्टी में हूं। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैंने कभी छोड़ा था, मुझे लगता है कि मैं छुट्टी पर था। मैं पार्टी नेतृत्व का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरी गलती माफ कर दी।' उन्होंने आगे कहा कि वे तब से कांग्रेस में हैं जब कोई घाटी में आतंकवाद के दौरान इसका झंडा उठाने की हिम्मत नहीं करता था। पार्टी का समर्थन हमेशा मेरे साथ रहा चाहे मैं विधायक या मंत्री रहूं या न रहूं। वहीं, गुलाम मोहम्मद सरूरी ने भी कांग्रेस में वापसी को अपनी घर वापसी बताया। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी आलाकमान का शुक्रगुजार हूं। बता दें कि 2022 में कांग्रेस से अलग होने के बाद गुलाम नबी आजाद ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी बनाई थी। जिसमें जम्मू-कश्मीर के कई कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ उसमें शामिल हो गए थे।
Created On :   27 Jun 2025 7:59 PM IST