यूएपीए कानून का विरोध: जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा का फैसला दिल्ली में लिए जाते है, महबूबा मुफ्ती के प्रदर्शन पर बोले सीएम अब्दुल्ला

- यूएपीए कानून के तहत जेल में बंद कैदियों की रिहाई की मांग-मुफ्ती
- राजनीति की बात नहीं है यह मानवता की बात है- मुफ्ती
- दिल्ली जाए और गृह मंत्री से मिले, फैसला वहां होना है- सीएम अब्दुल्ला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा महबूबा मुफ्ती ने ठीक किया है। लेकिन यहां प्रदर्शन करने से फायदा नहीं है क्योंकि जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा का फैसला दिल्ली में लिए जाते हैं और गृह मंत्रालय में लिया जाता है तो बेहतर होगा कि वो दिल्ली जाए और गृह मंत्री से मिले। उनके पास ये बात रखे क्योंकि फैसला वहां होना है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने यूएपीए कानून के तहत जेल में बंद कैदियों की रिहाई की मांग करते हुए कहा हम आज जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों पर जेलों में बंद निर्दोष लोगों के लिए, खासकर उन लोगों के लिए जिनके माता-पिता मुकदमा लड़ने में सक्षम नहीं हैं, एक विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे। हम मांग करना चाहते थे कि उमर अब्दुल्ला गृह मंत्री से बात करें। अगर निर्दोषों को रिहा नहीं किया जा सकता, तो कम से कम उन्हें जम्मू-कश्मीर की जेल में ही रखा जाना चाहिए। जब वे बीमार होते हैं तो उनकी देखभाल कौन करता है? उनकी बात कौन सुनेगा? यह राजनीति की बात नहीं है यह मानवता की बात है।
Created On :   25 Aug 2025 5:16 PM IST