जम्मू कश्मीर पॉलिटिक्स: PDP चीफ महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम आतंकी पर फिर दी प्रतिक्रिया, कहा - मैंने पहली बार देखा कि जब....

- पहलगाम आतंकी हमले पर बोली महबूबा मुफ्ती
- ऑपरेशन सिंदूर को लेकर की चर्चा
- सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल समेत अन्य मुद्दों पर रखी बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी पार्टी की चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से पहगाम आतंकी हमले और ऑपरेश सिंदूर पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि हमने इस घटना और उसके बाद कई लोगों को खो दिया और पुंछ जैसा शहर बर्बाद हो गया।
पहलगाम आतंकी पर महबूबा मुफ्ती ने की चर्चा
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान पीडीपी प्रमुख ने पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा, "मेरे ख्याल से आउटपुट ये निकला कि पहलगाम में हमने 27-28 लोग खोए, उसके बाद हमने कई और भी लोगों को खो दिया। हमारे मकान तबाह हो गए। पुंछ जैसे शहर की तबाही हुई, वहां लोग मारे गए। बच्चे और औरतें मारी गईं। अरबों रुपये की प्रॉपर्टी बर्बाद हुई। पहलगाम हमले में जो आतंकवादी शामिल थे, वो अभी तक पकड़े नहीं गए तो फिर हमने क्या हासिल किया?"
#WATCH | Srinagar, J&K | "We lost 27-28 people in Pahalgam, and then we lost more people. Many of the houses were destroyed, and our city, Poonch, has been destroyed. Children and women were killed, and those militants involved in Pahalgam are yet to be caught. What have we… pic.twitter.com/tbFgk0LKjM
— ANI (@ANI) May 20, 2025
पीडीपी प्रमुख ने ये भी कहा, "मैंने पहली बार देखा कि जब संबंध युद्ध की हद तक बिगड़ जाते हैं, तो सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों को होता है। खासकर सीमा के पास रहने वाले लोगों को ये नुकसान उठाना पड़ता है। पूरे के पूरे घर नष्ट हो जाते हैं और इन गरीब लोगों की जीवन भर की जमा पूंजी घर बनाने में खर्च हो जाती है।"
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर कही ये बात
बता दें, हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऑल पार्टी डेलिगेशन को लेकर एक पोस्ट किया था। इस पोस्ट में उन्होंने अपनी बात रखी थी। उन्होंने लिखा, "ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों को वैश्विक स्तर पर समझाने के लिए विभिन्न देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल भेजना एक स्वागत योग्य और उचित कदम है।" हालांकि उन्होंने वैश्विक शांति की भी बात कही।
उन्होंने कहा, "आज की दुनिया में, जहां युद्ध से केवल विनाश होता है, और यह अब एक व्यवहार्य विकल्प नहीं रह गया है, यहां तक कि अंतिम उपाय के रूप में भी नहीं, कूटनीति हमारा सबसे प्रभावी साधन है।"
बता दें कि केंद्र सरकार ने विदेश जाने वाले सात सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल सभी सदस्यों के नाम तय कर दिए हैं। ये प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों और अन्य प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे और देश की आतंकवाद विरोधी नीति, सैन्य कार्रवाइयों और 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देंगे।
Created On :   20 May 2025 10:20 PM IST