मध्यप्रदेश: भारत की बहुआयामी प्रगति, समृद्धि और सम्मान के 11 वर्ष - डॉ. मोहन यादव

- पीएम मोदी के 11 वर्षों का कार्यकाल सेवा और सुशासन के लिये समर्पित रहा
- भारत को विश्व में मान, सम्मान और श्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है
- दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च ब्रिज चेनाब आकार ले चुका है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। नये भारत निर्माण के दृष्टा, वैश्विक राजनेता और हमारे मार्गदर्शक यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के 11 वर्षों का कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के लिये समर्पित रहा है। यह समय अनूठा, अद्भुत और अकल्पनीय है। इस यात्रा में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को विश्व में मान, सम्मान और श्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है। इस विशेष उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री जी को हार्दिक बधाई।
प्रधानमंत्री जी की यह यात्रा देश की बहुआयामी प्रगति, समृद्धि और सम्मान की यात्रा है। इसमें एक ओर भारत विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बना है, देश का रक्षा निर्यात 34 गुना बढ़ा है और भारत अब डिफेंस इम्पोर्टर से एक्सपोर्टर बन गया है। वहीं 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आये हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि डबल इंजन की सरकार का लाभ मध्यप्रदेश और प्रदेशवासियों को मिल रहा है। इस विशेष संयोग में प्रदेश ने नवाचारों के साथ विकास के कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी (GYAN) के सम्मान का मंत्र दिया। उन्होंने इन्हीं चार स्तंभों के समग्र विकास से वर्ष 2047 तक विकसित भारत निर्माण का मार्ग बताया। हमने इन्हीं स्तंभों पर केन्द्रित मिशन बनाकर कार्य आरंभ कर दिया है।
प्रधानमंत्री जी की नीतियों और निर्णयों ने नये आत्मनिर्भर भारत निर्माण को गति दी है। 11 वर्ष पूर्व मोदी जी ने संसद की सीढ़ियों को नमन करके जो संकल्प व्यक्त किये थे, उनमें उनकी भावी यात्रा के साथ नये भारत निर्माण के संकेत भी थे। उन्होंने निरंतर अपने संकल्पों की सिद्धि के साथ देश को आगे बढ़ाया है और राष्ट्र तथा समाज के उत्थान के लिए अभूतपूर्व निर्णय लिये हैं।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, भारत में नागरिकता कानून (सीएए) बनाने, तीन तलाक जैसे अमानवीय कानून को समाप्त करने, वक्फ संपत्ति का मुस्लिम समाज के कल्याण में उपयोग के लिए वक्फ संशोधन विधेयक कानून लाने जैसे निर्णय प्रधानमंत्री जी की संकल्प शक्ति से ही संभव हुए हैं। उनका दृढ़ संकल्प सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक में भी दिखाई दिया। बालाकोट के बाद ऑपरेशन सिंदूर से भारत के सामर्थ्य को पूरी दुनिया ने देखा है। पहलगाम में बहनों के सामने आतंकियों ने उनका सिंदूर मिटाया था, प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से यह साबित कर दिया कि यह नया भारत है जो राष्ट्र के सम्मान, नागरिकों की सुरक्षा और मानवता के लिए घर में घुसकर भी मारना जानता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल की यह समृद्ध यात्रा राष्ट्र की उन्नति, आधारभूत समस्याओं के निराकरण और वैश्विक छवि के उत्थान की रही है। देश के 80 करोड़ से अधिक गरीबों को निःशुल्क अन्न, 4 करोड़ से अधिक परिवारों को पक्का घर, हर घर में शौचालय, 15.6 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल, 10 करोड़ से अधिक घरों में उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन और गांवों को रोशन किया है। उनके स्वच्छ भारत अभियान के आह्वान पर पूरा देश स्वच्छता एवं साफ सफाई में जुट गया। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि प्रदेश के इंदौर को लगातार सात बार स्वच्छ शहर का पुरस्कार और मध्यप्रदेश को दूसरा सबसे स्वच्छ राज्य बनने का गौरव प्राप्त हुआ।
प्रधानमंत्री जी ने ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ का उद्घोष किया। उनकी नीतियों में अंतिम छोर के अंतिम व्यक्ति के कल्याण की अवधारणा है। सबके स्वस्थ और सुखमय जीवन के लिए ‘आयुष्मान भारत’ अभियान चलाया। इसमें 9 करोड़ से अधिक लोगों का मुफ्त उपचार हुआ है। सत्तर वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को भी नि:शुल्क उपचार मिला है। 16 हजार से अधिक जन औषधि केन्द्रों से सस्ती और अच्छी दवाएं उपलब्ध करवाई है। कोरोना काल में देशवासियों को आपदा में अवसर का मंत्र देते हुए प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत निर्माण का संकल्प दिया और देशवासियों को स्वदेशी नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध करवाई। इस भारतीय वैक्सीन को दुनिया के कई देशों ने भी स्वीकारा। उन्होंने श्रृंखलाबद्ध लोक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं से समाज के हर वर्ग के समग्र विकास की समुचित व्यवस्था की। जनधन योजना से 55 करोड़ से अधिक लोगों को वित्तीय धारा से जोड़ा गया। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से गरीबों को 44 लाख करोड़ रुपये का लाभ प्राप्त हुआ है। पीएम स्वनिधि और स्ट्रीट वेंडर से रेहड़ी-पटरी के व्यवसायियों को आधार दिया और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी, युवा शक्ति को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए, नई शिक्षा नीति के साथ 1.6 करोड़ से अधिक युवाओं का कौशल विकास और 1.6 लाख से अधिक स्टार्टअप्स शुरू कर युवाओं को विकसित भारत के संकल्प की पूर्ति के लिये भागीदार बनाया है। मध्यप्रदेश ने सबसे पहले नई शिक्षा नीति को अमल में लाया और युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोज़गार तथा स्व-रोज़गार के लिये अनंत संभावनाए विकसित की हैं।
मुझे इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, 7.7 करोड़ से अधिक किसान क्रेडिट कार्ड तथा फसल बीमा से अन्नदाताओं को संबल मिला है। महिलाओं की सुरक्षा के उपाय, आर्थिक स्वावलंबन, सामाजिक उत्थान और राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है। देशभर में लगभग 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। देश में 90 लाख से अधिक स्व सहायता समूहों के माध्यम से 10 करोड़ ग्रामीण महिलाएं लाभान्वित हुई हैं इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। माननीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में लगभग 5 लाख स्व सहायता समूहों से 62 लाख महिलाएं आत्मनिर्भर हुई हैं।
वर्ष 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी। प्रधानमंत्री जी की आर्थिक नीतियों, विशेषकर नोटबंदी जिससे कदाचार पर नियंत्रण हुआ, डिजिटलाइजेशन और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से ऑनलाइन लेनदेन का चलन बढ़ा। इन सभी नीतियों ने आर्थिक विकास के निर्णयों को सबल किया और भारत दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया।
प्रधानमंत्री जी ने विकास के साथ विरासत का आह्वान किया है। विरासत को सहेजने के लिए उन्होंने धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास और पुनर्प्रतिष्ठा का कार्य आरम्भ किया तथा इसे धार्मिक पर्यटन से जोड़ा। लोगों का अपनी विरासत के प्रति सम्मान बढ़ने के साथ पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है। नमामि गंगे योजना से पवित्र नदियों की सफाई अभियान के साथ जल संरक्षण की परम्परा विकसित हो रही है।
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमने मध्यप्रदेश में विकास के साथ विरासत के संकल्प को आत्मसात किया और भव्य और दिव्य महाकाल महालोक का निर्माण किया। राम वन गमन पथ, कृष्ण पाथेय निर्माण और विक्रमोत्सव का आयोजन किया है। प्रदेश को केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल रिवर लिंक परियोजनाओं की सौगात मिली है। आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए मोदी जी ने लोकल फॉर वोकल और ग्लोबल का आह्वान किया। मध्यप्रदेश में हमने प्रत्येक क्षेत्र के विशिष्ट उत्पादों के अनुरूप उद्योग स्थापित करने का नवाचार प्रारंभ किया है। इसके लिए पहले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव फिर महानगरों और विदेशों में रोड शो तथा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता के बाद अब सेक्टर आधारित समिट के विस्तार का उपक्रम शुरू किया है। इससे प्रदेश के औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन आयेगा।
मोदी जी ऐसे युगदृष्टा हैं जिन्होंने आधारभूत समस्याओं के समाधान और विरासत को सहेजने के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान की भी नई उड़ान भरी है। उन्होंने स्वदेशी तकनीक विकसित करने का आह्वान किया था जिसने अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। प्रधानमंत्री जी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र (इसरो) के वैज्ञानिकों से स्वयं चर्चा की और आवश्यक बजट तथा सुविधाएं उपलब्ध करवाई। इसका परिणाम यह है कि भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान तकनीक विश्व में अग्रणी बनी और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया।
कनेक्टिविटी से विकास को गति प्रदान करने के लिये प्रधानमंत्री जी ने सड़क और रेल नेटवर्क का विस्तार, 23 शहरों में मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति, बंदरगाह, हवाई मार्ग, हाई स्पीड कॉरिडोर निर्माण के लक्ष्य को स्वरूप प्रदान किया है। अटल टनल और दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च ब्रिज चेनाब आकार ले चुका है।
प्रधानमंत्री जी का संकल्प है स्वतंत्रता के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को 35 ट्रिलियन डॉलर की पूर्ण विकसित अर्थव्यवस्था बनाना और विश्व की सर्वोच्च शक्ति के रूप में स्थापित करना है। इस संकल्प की पूर्ति में मध्यप्रदेश सहभागी बनने के लिये प्रतिबद्ध है। उनके आशीर्वाद और सहयोग से मध्यप्रदेश प्रगति के साथ नया इतिहास रच रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री जी के नये भारत निर्माण लक्ष्य को सार्थक करने में मध्यप्रदेश की अग्रणी भूमिका रहेगी।
Created On :   8 Jun 2025 10:12 PM IST