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Amravati News: अमरावती के पास चटवाबोड के पास तेंदुआ दिखने से मचा हड़कंप

- मेलघाट में वन्यजीवों के हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल
- मानव-वन्यजीव संघर्ष की आशंका
Amravati News धारणी के बैरागढ़ रोड पर स्थित चटवाबोड क्षेत्र में बुधवार तड़के एक तेंदुए के दिखाई देने से ग्रामीणों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। यह तेंदुआ धारणमहू वन क्षेत्र के कंपार्टमेंट क्रमांक 706 में देखा गया, जिसकी पुष्टि वन विभाग ने की है। ज्ञात हो कि मेलघाट क्षेत्र में पिछले कुछ समय से वन्यजीवों के हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कुछ ही सप्ताह पहले हरिसाल के शिवरी मुंडा जंगल में मन्नू जावरकर को बाघ ने शिकार बनाया था। इसके बाद झिल्पी निवासी रामसिंह रामचंद्र मावस्कर का शव वानझरी जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था। इन घटनाओं से ग्रामीणों के मन में भय और चिंता गहराती जा रही है।
मेलघाट टाइगर प्रोजेक्ट के अंतर्गत आने वाले गुगामाल वन्यजीव विभाग के जंगलों में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चिखली रोरा फाटे के पास अकसर बाघ अपने शावकों के साथ सड़क पार करते देखे जा रहे हैं, जो अब एक आम दृश्य बन गया है। केकड़ाबोड से धारणमहू रोड तक फैले राजा दही नदी क्षेत्र में पूर्व में बाघों का बसेरा था, लेकिन हालिया वर्षों में इनकी गतिविधियां कम हो गई थीं। अब तेंदुए के पुनः दिखाई देने से वन्यजीवों की वापसी के संकेत मिल रहे हैं। चटवाबोड के जंगल में हाल ही में एक बाघिन अपने दो शावकों के साथ देखी गई है। ग्रामीणों का मानना है कि यह वही बाघिन हो सकती है, जो पहले गुगामाल और सिपना अभयारण्य क्षेत्र में देखी गई थी और अब भटककर प्रादेशिक वन विभाग के जंगल में पहुंच गई है।
किसान दिन-रात खेतों की रखवाली में जुटे: इस समय क्षेत्र में मानसून कमजोर होने के कारण मक्का की फसल संकट में है। किसान दिन-रात खेतों की रखवाली कर रहे हैं, लेकिन जंगली सुअरों और अन्य वन्यजीवों के साथ अब तेंदुए और बाघिन का खतरा भी उनकी जान के लिए गंभीर चुनौती बन गया है। ग्रामीण मचान बनाकर खेतों की निगरानी कर रहे हैं, लेकिन वन्यजीवों की उपस्थिति से उनका डर बढ़ गया है। संजय वर्मा (चटवाबोड, काटकुंभ) ने बताया कि गांव की सीमा के पास तेंदुए की मौजूदगी से खेतों में काम करना जानलेवा हो गया है।
वन विभाग से निगरानी और सुरक्षा की मांग : ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए और बाघिन की गतिविधियों पर सघन निगरानी रखने, और जंगल से सटे गांवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। पिछले दो महीनों से उतावली फाटे पर एक तेंदुआ कई बार वाहनों पर छलांग लगाता देखा गया था। संभावना है कि वही तेंदुआ अब धारणमहू–केकड़ाबोड रोड तक भटककर आ गया हो। मेलघाट जैसे संवेदनशील क्षेत्र में जहां इंसानी बस्तियां जंगलों से सटी हुई हैं, वहां वन विभाग की सक्रियता अत्यंत आवश्यक है। वन्यजीवों की रक्षा के साथ-साथ मानव जीवन की सुरक्षा भी समान रूप से महत्वपूर्ण है, ताकि मानव–वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोका जा सके।
वन विभाग ने तेंदुए की जानकारी पर तैनात की टीम धारणमहू और केकड़ाबोड क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी की सूचना मिलते ही वन विभाग ने तुरंत एक टीम मौके पर रवाना की है। निरंतर निगरानी की जा रही है। - किरण तायड़े, वन परीक्षेत्र अधिकारी
Created On :   7 Aug 2025 1:11 PM IST