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Amravati News: पति ने पत्नी की हत्या का 5 लाख में सौदा तय कर किश्तों में दी रकम
- महिला पुलिसकर्मी आशा धुले हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा
- दो को माहुली जहागीर व एक को वाशिम से लिया हिरासत में
- दो सुपारी किलर समेत 3 आरोपी पकड़ाए
Amravati News फ्रेजरपुरा थाना क्षेत्र के तहत मार्डी रोड पर स्थित गुरुकृपा कॉलोनी में 1 अगस्त की शाम महिला पुलिस सिपाही आशा धुले (तायडे) की उसकी बेडरूम में हत्या कर भागे हुए दो "सुपारी किलर' को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें से आशा की हत्या करनेवाले दो आरोपियों को माहुली जहागीर के पास के एक खेत से गिरफ्तार किया है। वहीं दोनों आरोपियों को लेकर फोर व्हीलर में ले जाने वाले तीसरे आरोपी को सोमवार को दोपहर वाशिम से हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए दोनों "सुपारी किलर' ने महिला पुलिस सिपाही की हत्या की कबूली दी है। साजिश रचने वाले पति राहुल तायडे को पुलिस ने घटना वाले दिन ही हिरासत में लिया था। 20 मई से दोस्ताना होने के बाद राहुल तायडे ने श्रेयस महल्ले के मोबाइल पर 10 से 15 बार पैसे भेजे। यह रकम 37 हजार 800 रुपए बताई गई है। जिस दिन आशा धुले की हत्या हुई। उस दिन राहुल ने तीनों के फोन पे पर दो-दो हजार रुपए डालने की जानकारी भी पुलिस को मिली। सौदा 5 लाख में तय हुआ था।
पुलिसकर्मी नांदे ने गतिविधि संदेहास्पद लगी तो दोनों को हड़काया : शुक्रवार 1 अगस्त को सुबह 9.36 बजे राहुल तायडे ने श्रेयस को फोन किया और दोपहर 1 बजे उसके घर आकर जब आसपास कोई भी नहीं रहता तब आशा की हत्या करने के लिए कहा। दोपहर 1 बजे के करीब निखिल तिखीले अपने मित्र की गाड़ी लेकर श्रेयस व निखिल से मिला। वहां से तीनों ने मेट्रो वाइन शॉप से दो बीयर खरीदी और जवाहर गेट रोड पर जाकर ओोम व श्रेयस ने दो नई टी-शर्ट खरीदीं। यह टी-शर्ट उन्होंने निखिल के गाडी़ में रखे। निखिल ने उन्हें एक्सप्रेस हाईवे पर छोड़ दिया और वह गाड़ी लेकर वहीं खड़ा रहा। दोनों वहां से पैदल राहुल तायडे की घर की ओर निकले। उस समय दोनों ने दुपट्टे से अपना चेहरा ढांक रखा था।
गुरुकृपा कॉलोनी में ही नागपुरी गेट थाने में कार्यरत दिनेश नांदे पुलिस कर्मी ड्यूटी पर निकला। उसे दोनों की गतिविधि संदेहास्पद लगी और उसने दोनों को हड़काया तब वहां से घबराकर दोनों गुरुकृपा कॉलोनी से फिर वापस आ गए। उसके बाद तीनों कार से रहाटगांव के हर्ष वाईन में गए। वहां तीनों ने शराब पी। उस दिन राहुल के श्रेयस के मोबाइल पर सुबह से करीब 50 कॉल हुए थे। दोनों घर के पीछे के रास्ते से गए। वहां घर के पीछे राहुल भी खड़ा था। उसने दोनों को बताया कि सभी दरवाजे खुले हैं और घर में एक जगह पर मंगलसूत्र और दो अंगूठी रखी है। वह लेकर भाग जाने से घटना को डकैती का स्वरुप मिलेगा। प्लानिंग के अनुसार श्रेयस और ओम ने बेडरूम में आराम कर रही आशा की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या की और घर के पीछे के रास्ते से एसआरपीएफ कैम्प के तार के कम्पाउंड में घुसे । वहां से एसआरपीएफ के मुख्य दरवाजे से बाहर आए और वहां से ऑटो में बैठ कर भाग निकले। ऑटो में ही दोनों ने निखिल को फोन कर गाड़ी लेकर बियाणी चौक आने के लिए कहा। निखिल दोनों को कार में बिठाकर वहां से भाग निकला। तीनों रात 12 बजे श्रेयस के घर गए और वहां से उसका आधार कार्ड लिया।
शेगांव में बिताई रात : 1 अगस्त की रात आशा की हत्या कर तीनों कार से श्रेयस का अधार लेकर शेगांव पहुंचे। वहां उन्होंंने यशश्री पैलेस में रात बिताई। 2 अगस्त को सुबह 11 बजे तक वे शेगांव में ही थे। वहां 2 अगस्त को गजानन महाराज के दर्शन कर अमरावती पहुंचे। 2 अगस्त की रात तीनों ने माहुली जहागीर के शतायु लॉज में बिताई। लेकिन 3 अगस्त को सुबह से निखिल तिखीले को जिस शानु गजभिये की गाड़ी लेकर वह भागे थे। उसके फोन आने लगे थे। गाड़ी वापस करने के बहाने निखिल वहां से निकल पड़ा। उसके बाद दोनों ने माहुली जहागीर के खेत में 3 अगस्त का दिन बिताया। वहां से देर रात उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया। इधर गजभिये को गाड़ी वापस कर निखिल भी वाशिम की ओर भाग गया।
राहुल की प्रेमिका भी गिरफ्तार : महिला पुलिस सिपाही आशा वरधे की हत्या के मामले में फ्रेजरपुरा पुलिस ने देर शाम आशा के पति राहुल तायडे की प्रेमिका श्यामली गजभिये (28, वडाली) को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार आशा की हत्या कर राहुल उसकी प्रेमिका श्यामली के साथ विवाह करना चाहता था और इसी बात को लेकर पिछले कुछ वर्षों से उनके घर में विवाद चल रहा था। पुलिस जांच में इस हत्याकांड में श्यामली की भूमिका सामने आने से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
गांजा पीने की बैठक में बनी प्लानिंग : गिरफ्तारी के बाद श्रेयस और ओम ने पुलिस को बताया कि गुरुकृपा कॉलोनी में जहां मृतक आशा के पति राहुल तायडे का घर है। उसके पीछे मैदान है। उस मैदान में श्रेयस महल्ले और ओम शेकार अपने कुछ मित्रों के साथ गांजा पीने के लिए जाता था। राहुल को भी गांजा पीने की आदत थी। इस कारण वह भी उनके साथ बैठक करने लगा। वहीं पर श्रेयस, ओम और राहुल के बीच मित्रता हुई। उसके बाद राहुल तायडे ने दोनों को बताया कि उसकी पत्नी के बाहर अनैतिक संबंध हंै और उससे वह देखा नहीं जा रहा। इस कारण वह पत्नी को जान से मारना चाहता है। करीब 15 से 20 मई के दौरान श्रेयस और ओम की राहुल के साथ हुई दोस्ती जल्द ही काफी पक्की हो गई। वह दोनों को समय आने पर आर्थिक मदद करने लगा और घटना के 8 दिन पहले राहुल ने पत्नी की हत्या के लिए दोनों को प्रति चार से पांच लाख रुपए देना कबूल किया। उसी समय कभी कबार निखील तिखीले भी उनके साथ रहता था। इस कारण श्रेयस और ओम ने अपने मित्र निखील को भी इस योजना में शामिल करवा लिया और 1 अगस्त को आशा की हत्या करना तय हुआ।
हत्यारे ओम के पिता भी थे पुलिस में : गिरफ्तार आरोपियों में श्रेयस संजय महल्ले (25, महारुद्र कॉलाेनी, अर्जुन नगर), ओम मोरेश्वर शेकार (18, देशमुख लॉन के पीछे, रामनगर) और निखिल रामदास तिखीले (अर्जुन नगर) का समावेश है। जिसमें श्रेयस और ओम शेकार ने मिलकर आशा की गला घोटकर हत्या की और वहां से भागने के बाद इन दोनों को अमरावती से भागने में मदद करनेवाले निखिल तिखीले को वाशिम से गिरफ्तार किया है। श्रेयस के पिता मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और ओम शेकार के पिता आसेगांव पुलिस थाने से हाल ही में सेवा निवृत्त हुए हैं।
Created On :   5 Aug 2025 11:24 AM IST