Chandrapur News: चंद्रपुर जिले में सरकारी दर से 5 गुना अधिक बोली लगाकर लिए रेत घाट

चंद्रपुर जिले में सरकारी दर से 5 गुना अधिक बोली लगाकर लिए रेत घाट
  • मोटी कमाई और प्रतिस्पर्धा से करोड़ों में हो रही रेत घाटों की नीलामी
  • हजारों करोड़ का रेत का खेला

Chandrapur News चंद्रपुर जिले में उच्च दर्जे की रेत उपलब्ध होेने से यहां की रेत ऊंची कीमत में मिलती है। इसलिए वर्ष 2025-26 में जिले के कुल 7 उपविभाग के 48 रेत घाटों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित 600 रुपए प्रति ब्रास की दर निर्धारित होने के बावजूद रेत में मोटी कमाई को देखते हुए 5 गुना अधिक बोली लगाकर रेत घाटों को खरीदा गया है जिसमें चिमूर उपविभाग के 8 रेत घाटों को विक्टोरिया इन्फ्रास्ट्रक्चर ने 3080 रुपए प्रति ब्रास की ऊंची बोली लगाकर लिया था।

जिले में उच्च दर्जे की रेत उपलब्ध होने से चंद्रपुर के अलावा नागपुर, अमरावती, वर्धा, यवतमाल,पड़ाेसी छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश राज्य तक तस्करी कर पहुंचायी जाती है। इसका खुलासा पुलिस और राजस्व विभाग द्वारा की जाने वाली छापा मार कार्रवाई के बाद हुआ है किंतु पिछले कुछ वर्षों में भारी पैमाने पर हो रहे सरकारी और निजी निर्माणकार्य में रेत उपयोग होने से इस कारोबार में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है।तीन से चार दशक पूर्व तक रेत के कारोबार में इतनी प्रतिस्पर्धा नहीं थी किंतु अब रेत घाट सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बन गई है। इसलिए रेत के कारोबार में प्रतिस्पर्धा और वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गयी। इसके चलते अब रेत घाटों की नीलामी में ऊंची बोली लगने लगी है।

जिले के 7 उपविभाग में 48 रेत घाट : जिले के चिमूर उविभाग अंतर्गत 8 रेत घाट, वरोरा उपविभाग में 5, मूल में 10, ब्रह्मपुरी 13, चंद्रपुर 2, गोंडपिपरी 7 और राजुरा उपविभाग अंतर्गत 3 ऐेसे कुल 7 उपविभाग में 48 रेत घाटों से खनिकर्म विभाग ने रेत उत्खनन और परिवहन की अनुमति दी। जहां से 10 जून तक रेत का उत्खनन और परिवहन की अनुमति दी गई थी। भले जिले के पूर्व मंत्री बल्लारपुर के विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने बेमौसम बारिश से रेत उत्खनन में बाधा आने से 30 जून तक उत्खनन की अनुमति मांगी थी किंतु राजस्व विभाग ने 10 जून तक की अनुमति को कायम रखा था।

Created On :   25 July 2025 4:47 PM IST

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