Gadchiroli News: भोजन के लिए जंगल में लकड़ियां लाने गईं दो वृद्धा बन गईं बाघ का निवाला

भोजन के लिए जंगल में लकड़ियां लाने गईं दो वृद्धा बन गईं बाघ का निवाला
एक सप्ताह में दो विभिन्न स्थानों पर हुई घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत

Gadchiroli News आरमोरी तहसील के देऊलगांव बुट्टी जंगल परिसर में एक सप्ताह की कालावधि में दो विभिन्न घटनाओं में बाघ ने हमला कर 2 वृद्ध महिलाओं को निवाला बनाया है। यह दोनों महिलाएं जंगल परिसर में जलाऊ लकड़ियां लाने गई थीं। मृत महिलाओं में देऊलगांव निवासी मुक्ताबाई दिवाकर नेवारे (79) और अनुयसा जिंदर वाघ (70) बताया गया है। बुधवार की देर रात तहसील के इंजेवारी के कक्ष क्रमांक 798 के जंगल परिसर में दोनों महिलाओं के शव पाए गए।

मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार 19 नवंबर को देऊलगांव निवासी मुक्ताबाई नेवारे गांव से सटे जंगल परिसर में जलाऊ लकड़ियां लाने गई थीं। लेकिन शाम होने के बाद भी वह अपने घर नहीं लौटी। इंजेवारी के कक्ष में ही जंगल में घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला किया, जिसमें मुक्ताबाई की मौत हो गई। गत 12 नवंबर से अनुसया वाघ अपने घर से लापता थी। बुधवार की रात गड़चिरोली-आरमोरी महामार्ग के इंजेवारी जंगल परिसर में बदबू फैलने के कारण गांव के नागरिकों ने जंगल परिसर में खोज अभियान चलाया।

इस बीच रात करीब 8 बजे के दौरान अनुयसा वाघ का शव सड़ी-गली अवस्था में पाया गया। वहीं अनुयसा के शव के करीब ही मुक्ताबाई का शव भी पाया गया। देऊलगांव के पुलिस पाटील मिथून कांदोल ने इस घटना की जानकारी आरमोरी पुलिस थाना में दर्ज करायी। देर रात पुलिस ने वनविभाग की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा का कार्य पूर्ण करने की जानकारी मिली है। एक ही जंगल परिसर में दो वृद्ध महिलाओं की मृत्यु बाघ के हमले में होने से देऊलगांव, इंजेवारी समेत आस-पास के गांवों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हुआ है।

मृतक के परिजनों को वित्तीय मदद : बाघ के हमले में देऊलगांव निवासी मुक्ताबाई नेवारे की मृत्यु हाेने की जानकारी मिलते ही आरमोरी वन परिक्षेत्र कार्यालय की टीम ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया। वहीं गुरुवार को मृत महिला के परिजनों को वित्तीय मदद की निधि प्रदान की। इस समय वनविभाग के अधिकारी, कर्मचारी व मृत महिला के परिजन उपस्थित थे।

जंगल परिसर में लगाए ट्रैप कैमरे : एक ही जंगल परिसर में बाघ के हमले में दो वृद्ध महिलाओं की मृत्यु होने से लोगों में भयपूर्ण माहौल है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं का रोकने के लिए जंगल परिसर में ट्रैप कैमरे लगाए गए हंै। वहीं वन कर्मचारियों की गश्त भी बढ़ा दी गयी है। सुरक्षा के लिए बेवजह जंगल न जाने की सलाह भी दी जा रही है। -प्रवीण आर. बडोले, वन परिक्षेत्र अधिकारी आरमोरी



Created On :   21 Nov 2025 4:01 PM IST

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