Gadchiroli News: तकनीक से खेती - किसानी हुई आसान, धान कटाई में अब मशीन का बढ़ने लगा उपयोग

तकनीक से खेती - किसानी हुई आसान, धान कटाई में अब मशीन का बढ़ने लगा उपयोग
ठेका पद्धति से भी हो रही धान कटाई

Gadchiroli News धान उत्पादक गड़चिरोली जिले में इस वर्ष हुई पर्याप्त बारिश के चलते किसानों को अच्छा उत्पादन मिल रहा है। हालांकि आखरी दौर में हुई बारिश और बदरीले मौसम के कारण किसानों को नुकसान का सामना भी करना पड़ा है।

मात्र अब किसानों ने खेतों में पहुंचकर धान कटाई का कार्य आरंभ कर दिया है। इस कार्य के लिए अब मजदूरों की कमी होने के कारण शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी किसानों द्वारा मशीनों की मदद से धान की कटाई की जा रहीं है। बता दें कि, धान काटने के िलए ग्रामीण क्षेत्र में प्रति मजदूरों को 100 से 130 रुपए मजदूरी दी जा रही है। वहीं शहरी इलाकों में यह दर 150 से 170 रुपए है। मात्र इसी की तुलना में मशीनों से धान कटाई करने पर चंद घंटों में ही एक एकड़ खेत की फसल पूरी तरह कट जाती है जिसके कारण किसानों ने भी मजदूरों के बिना कार्य करना आरंभ कर दिया है।

इस वर्ष शुरूआती दौर से ही इंद्र देवता ने अपनी कृपादृष्टि किसानों पर बनायी जिसके कारण किसानों की फसल अब पूरी तरह तैयार हो गयी है। बीच में कुछ समय के लिए बारिश और बदरीले मौसम के चलते किसानों की फसलों को नुकसान भी पहुंचा। लेकिन वर्तमान में यह घाटा सहन कर किसानों ने फसल काटने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इन दिनों धान कटाई के लिए मजदूरों के अभाव को देखा जा रहा है जिसके कारण अब किसानों ने मशीनों की मदद से धान कटाई करना शुरू कर दिया है। कम लागत और कम समय में यह मशीन खेत की सारी फसल को काट देती है।

ठेका पद्धति से भी हो रही धान कटाई : जिले के कुछ स्थानों पर ठेका पद्धति से भी धान कटाई का कार्य शुरू है। इस ठेका पद्धति में आठ या दस महिला मजदूर इकट्‌ठा होकर एकड़ के हिसाब से धान की कटाई करते हंै। 1500 से लेकर 2000 रुपए एकड़ ठेका पद्धति में दिया जा रहा है। इस पद्धति में टाइम बंधा नहीं होने के कारण सुबह से लेकर शाम देर तक काम मजदूर खेतों में काम करते दिखाई दे रहे हैं।



Created On :   27 Nov 2025 4:07 PM IST

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