- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- लापता महिलाओं को खोजने मिसिंग सेल...
विधान परिषद: लापता महिलाओं को खोजने मिसिंग सेल स्थापित, औद्योगिक बिजली दर कम, नकली नोट छापने के 273 मामले

- लापता महिलाओं को खोजने प्रत्येक पुलिस स्टेशन में मिसिंग सेल स्थापित
- महाराष्ट्र में औद्योगिक बिजली दर कम
- साढ़े पांच साल में नकली नोट छापने को लेकर 273 मामले दर्ज
Mumbai News. प्रदेश में लापता महिलाओं को खोजने के लिए ऑपरेशन शोध नाम से नया अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत राज्य के प्रत्येक पुलिस स्टेशन में मिसिंग सेल स्थापित किए गए हैं। ऑपरेशन शोध के जरिए 17 अप्रैल 2025 से 15 मई 2025 के बीच 4960 महिला और 1364 बच्चों को खोजा गया है। इसमें उन 106 महिला और 703 बच्चों का भी समावेश है, जिनका रिकॉर्ड लापता की सूची में नहीं था। विधान परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। बुधवार को प्रश्नकाल में शिवसेना (उद्धव) विधायक सुनील शिंदे ने राज्य में महिलाओं और बच्चियों के लापता होने का प्रमाण बढ़ने को लेकर सवाल पूछा। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पुलिस स्टेशन में एक महिला सहायक पुलिस निरीक्षक मिसिंग सेल की प्रमुख होंगी। राज्य स्तर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला) को इस सेल का प्रमुख बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नागपुर शहर में जनवरी 2024 से मई 2025 के बीच कुल 5897 लोग लापता हुए थे। जबकि 776 बच्चे भी गायब थे। लेकिन बाद में 5210 लोग मिल गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमतौर पर लापता हुए लोगों में से 96 प्रतिशत लोग वापस मिल जाते हैं। लेकिन 3 से 4 प्रतिशत लोग नहीं मिलते हैं। ऐसे लोगों के परिवार वाले भी एक दो साल बाद खोजना बंद कर देते हैं। मुख्यमंत्री ने लिखित उत्तर में बताया कि 1 अप्रैल 2024 से 31 मई 2025 के बीच 18 साल से कम आयु की 4096 बच्चियां लापता हुई हैं। जबकि 33 हजार 599 महिलाएं भी लापता हुई हैं। राज्य में जुलाई 2015 से दिसंबर 2024 के बीच ऑपरेशन मुस्कान के तहत 41 हजार 193 छोटे बच्चों को खोजा गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि साल 2021 से मई 2025 के बीच नाबालिग बच्चियों से अत्याचार और छेड़छाड़ के 16 हजार 160 मामले दर्ज किए गए हैं।
महाराष्ट्र में औद्योगिक बिजली दर कम - मुख्यमंत्री
विधान परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में औद्योगिक बिजली के दर दूसरे राज्यों की तुलना में कम है। महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग (एमईआरसी) की नई टैरिफ के अनुसार राज्य में औद्योगिक बिजली दर प्रति यूनिट 8.32 रुपए है, जो आगामी समय में 7.38 रुपए तक कम हो जाएगी। वहीं तमिलनाडु में औद्योगिक बिजली 9.04 रुपए, गुजरात में 8.98 रुपए और कर्नाटक में 7.75 रुपए है। बुधवार को प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक अभिजीत वंजारी ने बिजली दर को लेकर सवाल पूछा था। उन्होंने पूछा कि अगर सरकार ने महंगे दर पर बिजली खरीदेगी तब भी ग्राहकों को नियमित दर लागू होगा क्या ? इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलर, विंड और बैटरी स्टोरेज की बिजली दर 25 सालों तक नहीं बढ़ेगा। इसलिए महंगे दर पर बिजली खरीदने का सवाल पैदा नहीं होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 70 प्रतिशत घरेलू ग्राहक 100 यूनिट से कम बिजली का इस्तेमाल करते हैं। घरेलू ग्राहकों को बिजली बिल 26 प्रतिशत तक कम आएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुराने दरों के अनुसार जालना के एक स्टील कंपनी को एक साल में 200 करोड़ रुपए का फायदा मिल रहा था। घरेलू ग्राहकों को महंगी बिजली देकर औद्योगिक बिजली दर कम करना उचित नहीं था। इसलिए एमईआरसी में दोबारा याचिका दाखिल की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपसा (लिफ्ट) सिंचाई की परियोजनाओं को सोलर पर परिवर्तित करने के लिए योजना बनाई गई है।
साढ़े पांच साल में नकली नोट छापने को लेकर 273 मामले दर्ज
विधान परिषद में राज्य सरकार ने बताया कि पिछले साढ़े पांच सालों में नकली नोट छापने को लेकर 273 मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें से 566 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 74 लाख 41 हजार रुपए के नकली नोट जब्त किए गए हैं। विधान परिषद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। बुधवार को मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल 2025 के दौरान पुणे शहर में मामला दर्ज करके 28 लाख 91 हजार रुपए की नकली नोट जब्त की गई। ठाणे के भिवंडी में मई 2025 में मारे गए छापे में अभी तक 45 लाख 50 लाख रुपए जब्त किए गए। जबकि पुणे के शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामलों में 7 आरोपी और भिवंडी के शांतिनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामलों में 6 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। सदन के राकांपा (अजित) विधायक संजय खोडके और राकांपा (शरद) के विधायक एकनाथ खडसे ने नकली नोट छापने वाले कारखानों पर कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा था।
Created On :   16 July 2025 9:51 PM IST