जीवनदान: डॉक्टरों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने पहुंचा बालक

डॉक्टरों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने पहुंचा बालक
5 साल पहले 900 ग्राम के शिशु को मिला था नया जीवन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल में 900 ग्राम के शिशु का जन्म हुआ था। उसके बचने की उम्मीद न के बराबर थी, लेकिन डॉक्टरों व सहायक कर्मचारियों ने उसे बचाने के लिए दिन-रात एक किया। अंतत: उन्हेें सफलता मिली। शिशु को नया जीवन मिला। अब यह शिशु पांच साल का बच्चा हो गया है। 14 नवंबर को बाल दिवस पर जन्मा यह बच्चा डॉक्टरों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने पहुंचा। उसे स्वस्थ देखकर डॉक्टरों और कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी झलकने लगी। सभी ने इस बालक को उज्ज्वल भविष्य व दीर्घायु का आशीर्वाद दिया।

आठ दिन वेंटिलेटर पर था : 14 नवंबर को बाल दिवस पर मेडिकल अस्पताल में यह अनोखा प्रसंग देखने को मिला। पांच साल पहले 14 नवंबर 2018 को रामेश्वरी निवासी खुशाल संजय चहाड़े नामक बालक का जन्म हुआ था। जन्म के समय खुशाल का वजन केवल 900 ग्राम था। उसकी हालत काफी नाजुक थी। बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। उसे आठ दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया था। कुछ दिन दिन-रात निगरानी व उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वह सामान्य हो चुका था।

पूरा परिवार जन्मदिन मनाने मेडिकल में पहुंचा : मंगलवार को खुशाल के माता-पिता उसका जन्मदिन मनाने मेडिकल में पहुंचे। पूरा परिवार डॉक्टरों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने पहुंचा था। एनआईसीयू में अचानक डॉक्टरों के लिए उपहार लेकर पहुंचे इस बच्चे को देख सभी को आश्चर्य हुआ, लेकिन खुशाल को कोई पहचान नहीं पाया, क्योंकि पांच साल पहले जो डॉक्टर्स व सहायक कर्मचारी थे, वे अब मेडिकल में उस विभाग में नहीं थे। कुछ दूसरे अस्पताल में या अन्यत्र चले गए हैं।

खुशी से छलके आंसू : मेडिकल में मौजूद डॉक्टरों व कर्मचारियों ने परिवार से पूछताछ की। खुशाल के माता-पिता ने खुशाल के जन्म की कहानी बतायी। उन्होंने कहा कि, मेडिकल के डॉक्टरों के कारण ही खुशाल पांच साल का हुआ है। यह सुनकर डॉक्टरों व कर्मचारियों की आंखें खुशी छलकने लगीं। खुशाल ने अपने हाथों से डॉक्टराें व कर्मचारियों काे उपहार दिए और कृतज्ञता व्यक्त की।

Created On :   15 Nov 2023 7:02 AM GMT

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