Nagpur News: खेत से काम निपटाकर आ रहे किसान पर बाघ ने फिर किया हमला , मौत

खेत से काम निपटाकर आ रहे किसान पर बाघ ने फिर किया हमला , मौत
  • घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम
  • इस साल पारशिवनी की तीसरी घटना

Nagpur News शनिवार को नागपुर जिले के पारशिवनी तहसील में एक बाघ ने किसान पर हमला कर उसकी जान ले ली। मृतक की पहचान रवि कवडू कालसर्प (42), निवासी उरवाडा, पारशिवनी के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पंचनामा शुरू किया। यह इस साल पारशिवनी में बाघ के हमले की तीसरी घटना है, जिससे क्षेत्र में बाघों का आतंक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, रवि सुबह अपने खेत जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन दोपहर तक वह लौटा नहीं। बताया जाता है कि घर लौटते समय बाघ ने उस पर हमला किया। स्थानीय लोगों के शोर मचाने पर बाघ भाग निकला। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग के डीएफओ डॉ. भारतसिंह हाडा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जांच जारी है। पारशिवनी तहसील के आमडी, आंबाझरी, आमगांव, आवळेघाट, बाबुरवाडा, बछेरा, बाखरी, बाणेरा और पालोरा जैसे गांवों में बाघों की आवाजाही आम है, जिससे ग्रामीणों में दहशत बढ़ रही है।

पहले भी हो चुके हैं हमले : लगभग दो महीने पहले पारशिवनी वन परिक्षेत्र के कोंढासावली शिवार में बाघ ने किसान दशरथ धोटे (55) पर हमला कर उसकी जान ले ली थी। इससे पहले 12 जनवरी को आमगांव में खेत में काम कर रहे मजदूर सहदेव सूयवंशी की बाघ के हमले में मौत हो गई थी। इसके अलावा, पेठ परसोडी के किसान चंद्रशेखर इंगले पर भी बाघ ने हमला कर उन्हें घायल किया था।

प्रादेशिक जंगलों में बाघों की बढ़ती मौजूदगी: नागपुर जिले में दो प्रकार के जंगल हैं: वन्यजीव क्षेत्र और प्रादेशिक जंगल। वन्यजीव क्षेत्र में वन्यप्राणियों का बसेरा होता है, जबकि प्रादेशिक जंगल जंगल से सटे आरक्षित क्षेत्र हैं, जहां आमतौर पर शाकाहारी वन्यजीव देखे जाते हैं। पहले प्रादेशिक जंगलों में बाघों की मौजूदगी कम थी, लेकिन बाघों की बढ़ती आबादी और जंगलों के सिकुड़ने के कारण अब ये प्रादेशिक क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगे हैं। जानकारों की माने तो एक बाघिन को 25 किमी वही एक बाघ को करीब 100 किमी का दायरा लगता है। लेकिन जंगलों में बाघों को क्षेत्र बनाने में दिक्कत आ रही है। परिणामस्वरुप यह बाघ इंसानी इलाकों में अपने क्षेत्र बनाने के लिए पहुंच रहे हैं। जोकि मानद-वन्यजीव का कारण बन रहा है।


Created On :   31 May 2025 6:10 PM IST

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