Nagpur News: चलती ट्रेन में महिला को प्रसव पीड़ा , सही समय पर पहुंचाया अस्पताल

चलती ट्रेन में महिला को प्रसव पीड़ा , सही समय पर पहुंचाया अस्पताल
  • 139 पर आया कॉल , जीआरपी ने की मदद
  • मेयो में गूंजी किलकारी

Nagpur News रात के सन्नाटे में जब हावड़ा-मुंबई दुरंतो एसी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12262) अपनी रफ्तार से मुंबई की ओर बढ़ रही थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह यात्रा एक अनोखे चमत्कार की गवाह बनने वाली है। ट्रेन के ए-3 कोच में सवार एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई, और जो हुआ वह न केवल दिल को छू गया, बल्कि मानवता की एक मिसाल बन गया। रात करीब 9 बजे, ट्रेन के तेज झटकों के बीच महिला को असहनीय दर्द शुरू हुआ। शुरू में उसने इसे सहने की कोशिश की, लेकिन दर्द इतना बढ़ गया कि परिवारवाले घबरा गए। आनन-फानन में उन्होंने रेलवे हेल्पलाइन 139 पर कॉल किया और मदद की गुहार लगाई। हेल्पलाइन ने तुरंत नागपुर रेलवे पुलिस (जीआरपी) को सूचित किया, क्योंकि ट्रेन का अगला स्टॉप नागपुर था।

नागपुर जीआरपी के थाना प्रभारी गौरव गावंडे के मार्गदर्शन में पीएसआई अमोल इंगले और उनकी टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। रात 10 बजे जैसे ही दुरंतो एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर एक पर रुकी, जीआरपी की टीम और डॉक्टर कोच में पहुंच गए। हालत नाजुक थी। महिला का दर्द चरम पर था, और तुरंत अस्पताल ले जाना जरूरी था। बिना समय गंवाए, टीम ने स्ट्रेचर मंगवाया और महिला को सावधानी से कोच से बाहर निकाला। एम्बुलेंस के जरिए उन्हें तुरंत मेयो अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला की स्थिति देखी और तुरंत उपचार शुरू किया।

रात 12 बजे के करीब एक स्वस्थ बच्चे ने जन्म लिया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे ने गर्भ में ही मल त्याग कर दिया था, जिसके कारण मां और बच्चे दोनों की जान खतरे में थी। अगर जीआरपी की टीम समय पर नहीं पहुंचती, तो यह कहानी शायद इतनी सुखद न होती। जीआरपी की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक मां और बच्चे की जान बचाई, बल्कि यह भी दिखाया कि मानवता और कर्तव्यनिष्ठा किसी भी परिस्थिति में चमत्कार कर सकती है। आज मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, और नागपुर रेलवे स्टेशन की यह घटना एक प्रेरणादायक कहानी बन गई है।

Created On :   3 July 2025 2:38 PM IST

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