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Nagpur News: केंद्र के सुशासन के पीछे रानी अहिल्याबाई होलकर की विरासत की प्रेरणा - अन्नपूर्णा देवी

- शोधों का लाभ लिया जा सकेगा : स्मृति ईरानी
- विरासत की महानता प्रेरणा देती है : गडकरी
- ‘डिज़ाइन थिंकिंग' पुस्तक का विमोचन
Nagpur News. रानी अहिल्याबाई होलकर ने मालवा का शासन संभालते समय तीर्थस्थलों का विकास किया और अपने राज्य में लोगों का जीवन सुगम बनाया। केंद्र सरकार के "सबका साथ, सबका विकास' और सुशासन के संकल्प के पीछे अहिल्याबाई होलकर की विरासत की प्रेरणा है, यह विचार केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रखे।
ये थे उपस्थित : लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर मिहान स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) नागपुर में “तत्वज्ञानी रानी देवी अहिल्याबाई होलकर” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अन्नपूर्णा देवी बोल रही थीं। इस एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन देवी अहिल्याबाई स्मारक समिति-नागपुर, मिथिक सोसाइटी-बेंगलुरु, आईआईएम-नागपुर, डब्ल्यू.ई.एस. श्रीमती मनोरमाबाई मुंडले कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर-नागपुर और महाराष्ट्र राष्ट्रीय कायदा विद्यापीठ (एनएलयू)-नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांताक्का और आईआईएम नागपुर के निदेशक डॉ. भीमराया मैत्री मुख्य रूप से उपस्थित थे।
सरकार सुधार रही जीवन स्तर : अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर ने न केवल धार्मिक तीर्थस्थलों का विकास किया, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को भी सुगम बनाया। केंद्र सरकार भी अहिल्याबाई होलकर द्वारा दिखाए गए सुशासन के मार्ग पर अमृत भारत स्टेशन, स्मार्ट सिटी मिशन और एक्सप्रेसवे के निर्माण के माध्यम से लोगों का जीवन सुगम बना रही है।
उज्ज्वला योजना से महिलाओं के जीवन में परिवर्तन : केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना और आयुष्मान भारत योजना ने महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाया है। ‘मिशन शक्ति' के तहत प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के माध्यम से सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, मातृ मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से शैक्षिक प्रगति में क्रांतिकारी बदलाव आया है। इससे 2047 तक भारत निश्चित रूप से विकसित राष्ट्र बनेगा।
शोधों का लाभ लिया जा सकेगा : स्मृति ईरानी
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की उपस्थिति में एक विशेष स्पॉट लाइट सत्र का भी आयोजन किया गया। देवी अहिल्याबाई होलकर ने मंदिरों के जीर्णोद्धार और वास्तुशास्त्र में जो कौशल्य दिखाया, उस पर शोध पत्र इस सम्मेलन में प्रकाशित हुए। इन शोधों का लाभ एक प्रशासक के रूप में लिया जा सकता है, स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर यह भी कहा।
उनकी विरासत की महानता प्रेरणा देती है : गडकरी
इस सम्मेलन का समापन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार छत्रपति शिवाजी महाराज और अहिल्याबाई होलकर के इतिहास और विरासत की महानता हमें प्रेरणा देती है, उसी प्रकार विज्ञान और तकनीक जैसी आधुनिक चीजों को भी देश ने अपनाया है। इन दोनों के समन्वय से आधुनिक राष्ट्र निर्माण में इस तरह के सम्मेलनों का आयोजन सहायक होगा। अहिल्याबाई होलकर के प्रशासन कौशल, न्यायप्रियता और संवेदनशीलता की नए सिरे से पहचान होगी।
‘डिज़ाइन थिंकिंग' पुस्तक का विमोचन
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेविका समिति की संचालिका शांताक्का ने देवी अहिल्याबाई होलकर के बहुआयामी व्यक्तित्व के पहलुओं को उदाहरणों के साथ स्पष्ट किया। डॉ. भीमराया मैत्री ने कहा कि आईआईएम ने शिक्षा, प्रशिक्षण और उद्यमशीलता पर विदर्भ के सभी शहरों में पहल शुरू की है। पुणे जिले के पिंपरी चिंचवड में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट का एक उपकेंद्र शुरू करने के लिए भी आईआईएम नागपुर ने पहल की है। इस कार्यक्रम के अवसर पर राकेश गुप्ता द्वारा लिखित ‘डिज़ाइन थिंकिंग' पुस्तक का विमोचन मान्यवरों के हाथों किया गया।
Created On :   26 May 2025 6:44 PM IST