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Nagpur News: विदर्भ के अतुल चांदूरकर बने सुप्रीम कोर्ट के जज, छाई खुशी

- सीजेआई भूषण गवई ने दिलाई शपथ
- न्या. एन. वी. अंजारिया और न्या. विजय बिश्नोई को भी शपथ दिलाई
Nagpur News विदर्भ के सुपुत्र और बॉम्बे हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति अतुल चांदूरकर ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति पद की शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) भूषण गवई ने उन्हें शपथ दिलाई। बता दें कि न्या. चांदूरकर के अलावा न्या. एन. वी. अंजारिया और न्या. विजय बिश्नोई को भी शपथ दिलाई गई।
शिक्षा और वकालत : 26 मई को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम की बैठक में हाई कोर्ट के इन तीन जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति की सिफारिश की गई थी। 29 मई को केंद्र सरकार ने तीनों जजों की नियुक्तियों की सिफारिश को मंजूरी दी थी। न्या. अतुल चांदूरकर का जन्म 7 अप्रैल 1965 को हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पुणे के सेंट विंसेंट हाई स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने पुणे के नेस वाडिया कॉलेज से स्नातक और आई.एल.एस. लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की। बी.कॉम और एलएल.बी की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने 21 जुलाई 1988 को वकालत शुरू की। शुरुआत में उन्होंने मुंबई में वरिष्ठ वकील बी.एन. नाइक के मार्गदर्शन में काम शुरू किया।
दो पुस्तकों से बढ़ी ख्याति : 1992 में न्यायमूर्ति चांदूरकर नागपुर में बस गए। यहां उन्होंने विभिन्न अदालतों में वकालत की। उन्होंने कई प्रकार के मामलों का सफलतापूर्वक संचालन किया। उन्होंने "द महाराष्ट्र म्यूनिसिपल काउंसिल नगर पंचायत एंड इंडस्ट्रियल टाउनशिप एक्ट 1965' और "द महाराष्ट्र रेंट कंट्रोल एक्ट, 1999' पर दो किताबें भी लिखी हैं। इन योगदानों के कारण कानूनी क्षेत्र में उनकी ख्याति बढ़ी। 21 जून 2013 को उनकी नियुक्ति बॉम्बे हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में हुई थी। न्या. अतुल चांदूरकर अब सुप्रीम कोर्ट के जज बनने से नागपुर के विधि क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
Created On :   31 May 2025 8:17 PM IST