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Nagpur News: बगैर ऑडिट मनपा का नया हॉटमिक्स प्लांट शुरू, अधिकारियों ने नहीं किया इंतजार

- जिम्मेदार अधिकारियों से ‘नो रिस्पांस’
- गड्ढों को लेकर असंतोष का सामना न करना पड़े
- पिछले दो माह से हॉटमिक्स प्लांट जीर्णाेद्धार के लिए बंद था
Nagpur News. बरसाें से बरसात के पहले गड्ढों को पाटने में मनपा के अधिकारियों को महारथ हासिल है, लेकिन इस बार तो गड्ढों को पाटने के जुगाड़ में सारे नियम-कानूनाें को ही ताक पर रख दिया है। करोड़ों की लागत से हिंगना में हॉट मिक्स प्लांट का जीर्णाेद्धार किया गया और शुरू करने के पहले ही प्लांट का ऑडिट कराने के लिए सदर के सरकारी पालिटेक्नीक कॉलेज को 1.77 लाख की राशि का भुगतान भी कर दिया। गड्ढों को पाटने के लिए मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने ऑडिट के पहले ही प्लांट शुरू करने का आदेश दे दिया है। ऐसे में अब हॉटमिक्स प्लांट से सड़कों की दुरुस्ती भी शुरू कर दी गई है। सवाल यह है कि, करोड़ों खर्च होने के बाद बगैर ऑडिट प्लांट शुरू करने से होने वाली दिक्कतों और नुकसान की जिम्मेदारी कौन लेगा।
गड्ढों को लेकर असंतोष का सामना न करना पड़े : मनपा कार्यक्षेत्र में 2406 किमी के रास्ते है, इसमें 1,556 किमी में डामर और 690 किमी में सीमेंट सड़कों का समावेश है। डामर रास्तों की दुरूस्ती के लिए हॉटमिक्स प्लांट के साथ ही इंस्टा और जेट पैच की सेवाओं को लिया जाता है। करीब 25 साल पुरानी तकनीक वाले मनपा के हॉटमिक्स प्लांट को हाल ही में अपग्रेड कर प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जा रहा है। औपचारिक शुरूआत से पहले गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज से ऑडिट कराने के लिए पत्र भी दिया गया था, लेकिन बगैर ऑडिट के ही प्लांट शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक मनपा आयुक्त ने चुनाव से पहले शहर की जनता के रोष को कम करने के लिए प्लांट शुरू करने का निर्देश दिया है, ताकि बरसात के दौरान सड़क के गड्ढों को लेकर असंतोष का सामना न करना पड़े।
पिछले दो माह से हॉटमिक्स प्लांट जीर्णाेद्धार के लिए बंद था। इस प्लांट पर सालाना 5 करोड़ खर्च किए जाते हैं। प्लांट की पुरानी क्षमता 30 से 40 टन प्रति घंटा होने से खासी दिक्कत हो रही थी। कम क्षमता के कारण दो निजी एजेंसियों से गड्ढे पाटने पर करीब 95 करोड़ खर्च हुए। अब नई तकनीक से प्लांट में 60 से 90 टन एस्फाल्ट प्रति घंटे में तैयार किया जा सकेगा। नियमों के तहत प्लांट जीर्णाेद्धार के बाद सरकारी एजेंसी से ऑडिट कराना होता है। ऑडिट में गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक से प्लांट की स्थापित मशीनों की क्षमता, संचालन के लिए सप्ताह भर पहले 1.77 लाख की राशि का भुगतान कर दिया गया है। अब बगैर ऑडिट के प्लांट शुरू कर सड़कों के गड्ढों को पाटा जा रहा है। हैरानी यह है कि, प्लांट को बगैर ऑडिट शुरू करने का खुद मनपा आयुक्त ने आदेश दिया है।
जिम्मेदार अधिकारियों से ‘नो रिस्पांस’
नया प्लांट जीर्णाेद्धार के बाद बगैर ऑडिट शुरू करने पर कार्यकारी अभियंता अजय डहाके से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन अजय डहाके ने कॉल अथवा मैसेज का जवाब नहीं दिया। साथ ही प्रभारी मुख्य अभियंता मनोज तालेवार का भी ‘नो रिस्पांस’ रहा।
Created On :   25 May 2025 7:27 PM IST