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Panna News: सिपरी साफ्टवेयर साइड सलेक्शन में बना मददगार, निर्माणाधीन खेत तालाबों में निकला पानी

- सिपरी साफ्टवेयर साइड सलेक्शन में बना मददगार
- निर्माणाधीन खेत तालाबों में निकला पानी
- पन्ना जिले में १२५४ खेत तालाबों का निर्माण कार्य शुरू
Panna News: प्रदेश में पानी को इकट्ठा करने और पुराने जल स्त्रोतों को नया जीवन प्रदान करने के उद्देश्य के साथ ९० दिवसीय जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन के अंतर्गत रोजगार गारण्टी योजना से खेत तालाबों का निर्माण प्रदेश के साथ पन्ना जिले में प्रारंभ किया गया है। खेत तालाबों को निर्माण कार्य में राज्य रोजगार गारण्टी परिषद द्वारा तैयार किया गया सिपरी साफ्टवेयर मददगार बना है। साफ्टवेयर के माध्यम से स्थल चयन करने में आसानी हुई है और नतीजे इस रूप में उत्साह जनक सामने आ रहे है कि गर्मी के समय भी बडी संख्या में जो खेत तालाब बनाये जा रहे है उनमें पानी निकल रहा है। बारिश होने पर खेत तालाबों में वर्षा का जल पर्याप्त रूप से भंडारित होने पर किसानों को सिचांई की सुविधा मिलेगी। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जिले में मनरेगा से खेत तालाब कूप रिचार्ज पिट अमृत सरोवर सहित अन्य कार्य स्वीकृत किए गए है। पन्ना जिले में वर्ष २०२५ मेंं रिकार्ड संख्या में १३२९ खेत तालाबों के निर्माण का लक्षय निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध १२५४ खेत तालाबों के कार्यो की स्वीकृति जारी होने के बाद खेत तालाबों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। इसी तरह १९९० कूप रिचार्ज पिट का निर्माण कार्य का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से १६१० कार्याे की स्वीकृति जारी होने के पश्चात ८३७ कूप रिचार्ज पिटों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जल संरक्षण के कार्याे की निगरानी जिला पंचायत पन्ना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमराव सिंह मरावी के नेतृत्व में सतत रूप से की जा रही है जिससे कार्याे में तेजी के साथ प्रगति हो रही है और पन्ना जिला जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्याे में प्रदेश के अग्रणीय शामिल है।
फसलों की सिचांई के साथ कर सकेंगे मछली पालन
पन्ना जिले में सिंचाई की सुविधा कम होने से किसानों को पानी की समस्या का सामना करना पडता है समय पर पानी नहीं मिलने से कई बार किसान खेत की बुवाई भी नहीं कर पाते और उनकी जमीन सूखी पडी रहती है साथ ही साथ पानी की कमी के चलते उपज भी प्रभावित होती है। खेत तालाब के बन जाने से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा साथ ही साथ वह किसान जो मछली पालन के माध्यम से अपनी आय बढ़ाना चाहते है वह मछली पालन भी कर सकेगें।
सिपरी साफ्टवेयर पानी की खोज में बना मददगार
पंचायत प्रशासन के अनुसार खेत तालाब के निर्माण में मध्य प्रदेश रोजगार गारण्टी परिषद द्वारा तैयार किया गया सिपरी साफ्टवेयर मददगार साबित हो रहा है। साफ्वेयर के माध्यम से स्थल चयन करने में आसानी हुई है। साफ्टवेयर एक उन्नत तकनीक का साफ्वेयर है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से जियोमार्फोलाजी और हाइड्रोलाजी जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग करके संरचनाओ का सही स्थान तय किया जा सकता है। इस साफ्वेयर के जरिये स्थल की जिओ टैगिंग के साथ साइड की आवश्यक खसरा नंबर तथा अन्य जानकारी दर्ज की जाती है और साफ्टवेयर में दर्ज जानकारियों का विशलेषण कर साइड कार्य के लिए उपयोगी है कि नही इसके नतीजे देता है और जिसके बाद कार्य की स्वीकृति जारी की जाती है।
Created On :   14 May 2025 2:09 PM IST