Seoni News: पिछले साल से कम हुई बारिश, बांधों के नहीं भरे पेट

पिछले साल से कम हुई बारिश, बांधों के नहीं भरे पेट
  • जिले के छह बांधों का जलस्तर पिछलेे साल से कम, धान की फसल पर पड़ सकता है असर
  • धान उत्पादक किसान सबसे ज्यादा चिंतित हैं, क्योंकि धान की फसल को सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है।

Seoni News: जिले में मानसून की शुरुआत जल्द हुई थी। लोगों को अच्छी बारिश की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अभी तक पिछले साल की अपेक्षा कम बारिश हुई है। हालांकि अभी आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना है। सरकारी रिकार्ड के अनुसार कुल 5838.1 मिमी बारिश हो चुकी है जबकि पिछले साल इसी समय तक कुल 6682.9 मिमी बारिश हुई थी।

कम बारिश से किसानों को भी चिंता सताने लगी है। धान उत्पादक किसान सबसे ज्यादा चिंतित हैं, क्योंकि धान की फसल को सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है। कृषि विभाग का कहना है कि अभी ऐसी कोई समस्या नहीं है।

जिले में बारिश की स्थिति

भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिले में एक जून से तीन अगस्त तक 729.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। विकासखंड सिवनी में 665.2 मिमी कुरई 386 ,बरघाट 508 ,केवलारी 907,छपारा 787.5 ,लखनादौन 713,धनौरा 714.4 और घंसौर में 1157 मिमी वर्षा इस प्रकार कुल 5838.1 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है।

इन बांधों में कम भरा पानी

बांध क्षमता अभी भरा पिछले साल

संजय 519.38 516.80 517.40

अरी 133.89 128.96 133.04

बोरी 114.90 112.13 115.03

चीचबंद 552.60 548.94 552.60

कांचना 518.50 517.60 518.50

बिजना 617.82 617.82 616.39

ये बांध अच्छे भरे

रूमाल 371.96 371.35 367.60

सागर 552.14 549.55 543.15

हालौन 563.80 563.80

आंकड़े वेबसाइट के अनुसार, क्षमता मीटर में

धान में आने लगी समस्या

बारिश कम होने से धान में पीलापन आने लगा है। सिंगोड़ी गांव के रहने वाले ओमशंकर पटेल, मुंगवानीकलां के अभिषेक राजपूत, राजेश राजपूत और भाटीवाड़ा के मोंटी पटेल ने बताया कि धान की फसल में पीलापन आने लगा है। अगर आने वाले समय में बारिश नहीं हुई तो दिक्कतें हो सकती हैं। हालांकि मक्का की फसल के लिए पर्याप्त बारिश हो चुकी है। चूंकि मक्का कम पानी वाली फसल होती है इसलिए मक्का उत्पादक किसानों को चिंता नहीं है। किसानों का कहना है कि कई बार फसल नुकसानी पर जो मुआवजा मिलता है वह काफी कम होता है। इसमें लागत का भी पैसा नहीं निकल पाता।

पिछले साल मक्का हुआ था प्रभावित

जिले में पिछले साल अधिक बारिश से मक्का की फसल प्रभावित हुई थी। कई किसानों ने मुआवजा की मांग की थी। जबकि इस बार मक्का की बेहतर फसल होने की संभावना है। सभी तरफ मक्का की फसल अच्छी स्थिति में है। कई किसानों का कहना है कि मक्का की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाना चाहिए ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके।

Created On :   4 Aug 2025 2:41 PM IST

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