Bakrid 2025: बकरीद पर कुर्बानी को लेकर AIMIM नेता वारिस पठान का बयान, कहा- 'संविधान देता है त्योहार मनाने का अधिकार'

- बकरीद पर कुर्बानी को लेकर AIMIM नेता वारिस पठान का बयान
- कहा- 'संविधान देता है त्योहार मनाने का अधिकार'
- 'जीव हत्या का मुद्दा उठाकर नफरत फैलाई जाती है'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बकरीद को लेकर चल रही बयानबाजी पर AIMIM नेता वारिस पठान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि संविधान हर नागरिक को अपना त्योहार मनाने की इजाजत देता है। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में पठान ने कहा, "हिंदू, सिख, क्रिश्चन और मुसलमानों को अपने-अपने त्योहार मनाने का पूरा हक है। हम कायदा-कानून का पालन करते हैं। बकरीद पर कुर्बानी करना मुसलमानों का फर्ज है। सरकार की गाइडलाइंस भी इजाजत देती हैं कि बकरा खरीदा, बेचा और कुर्बानी की जा सकती है।"
'नफरत फैलाने वाले दबाव बनाते हैं'
पठान ने आरोप लगाया कि हर साल बकरीद से पहले कुछ लोग नफरत फैलाने का काम शुरू कर देते हैं। उन्होंने कहा, "सोसाइटी में बीएमसी की परमिशन से कुर्बानी होती है। लेकिन कुछ लोग बीएमसी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर परमिशन रद्द करवाते हैं। यह धांधली नहीं तो क्या है? अगर किसी ने परमिशन लेकर बकरा खरीदा और फिर परमिशन रद्द हो जाए, तो वह कहां जाए?"
'जीव हत्या का मुद्दा उठाकर नफरत फैलाई जाती है'
पठान ने कहा कि हर साल ईद से पहले कुछ लोग 'जीव हत्या' का मुद्दा उठाकर माहौल खराब करते हैं। उन्होंने सवाल उठाया, "वर्चुअल कुर्बानी कैसे हो सकती है? हमारे खाने-पीने, हिजाब और वक्फ की जमीन पर निशाना साधा जाता है। आज बकरे की कुर्बानी पर रोक की बात हो रही है, कल चिकन और मछली पर रोक की मांग होगी।"
'नितेश राणे जैसे लोग नफरत फैला रहे'
पठान ने बीजेपी नेता और मत्स्य पालन मंत्री नितेश राणे पर निशाना साधते हुए कहा, "जो नफरत फैला रहे हैं, वे खुद फिशरीज मिनिस्टर हैं। क्या सरकार इस विभाग को बंद कर देगी? हर इंसान को खाने-पीने का संवैधानिक अधिकार है, जिसे कोई नहीं रोक सकता।" उन्होंने सरकार से इस मामले में उचित कदम उठाने की मांग की।
Created On :   6 Jun 2025 11:34 PM IST