Bihar SIR: कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना, केंद्रीय मंत्री मांझी ने किया पलटवार

कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना, केंद्रीय मंत्री मांझी ने किया पलटवार
  • इंडिया गठबंधन ने किया पैदल मार्च
  • कांग्रेस सांसद ने चुनाव आयोग को घेरा
  • पहले भी हो चुकी है एसआईआर

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार वोटर सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का ड्राफ्ट जारी हो गया है। इसके बाद से वोट चोरी के आरोप का सामना चुनाव आयोग कर रहा है। विपक्ष लगातार उन्हें घेरने का काम कर रहा है। इस बीच आज विपक्षी दलों के नेताओं ने आयोग के कार्यालय कर मार्च निकालना था। इसके पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सपा चीफ अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। पैदल मार्च के दौरान कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने चुनाव आयोग को जमकर घेरा है। इसका पलटवार केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया है।

क्या बोले कांग्रेस सांसद?

मार्च के दौरान तारिक अनवर ने कहा, "सवाल ये है कि चुनाव आयोग इधर-उधर की तो बात कर रहा है, अब हम लोग यही कहना चाहते हैं कि तू न इधर-उधर की बात कर ये बता कि कारवां क्यों लूटा। तो ये जो वोटों की लूट हुई है, चोरी हुई है, जिस तरह से राहुल गांधी ने पूरी बातों को सामने रखा है। देश के सामने रखा है, तो अब तो कोई गुंजाइश नहीं है। चुनाव आयोग कटघरे में खड़ा है। उनको तो बताना होगा कि ये सब चीजें जो हो रही थीं लगातार और सरकार को सत्ता में बनाए रखने के लिए, यह उचित नहीं है।"

केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात

वहीं, केंद्रीय मंत्री ने इस मार्च के बाद कहा कि मेरी समझ के हिराब से एसआईआर के खिलाफ किसी प्रकार का विरोध करना उचित नहीं है। चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है और उसने पूरी पारदर्शिता से काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। साल 2003 में भी एसआईआर हुई थी। यह एक प्रोसेस है। इसके लिए भी चुनाव आयोग ने समय दिया है। हम उन्हें सुनेंगे। इस मामले में किसी प्रकार का मुद्दा नहीं है, इसे राजनीतिक लाभा उठाने के लिए विपक्ष लोगों को परेशान कर रहे हैं। ये बात मेरी समझ से बाहर है।

उधर, आरजेडी सांसद मनोज झा ने मार्च को लेकर कहा, "अगर आप जगह का हवाला देकर सांसदों से नहीं मिल सकते हैं, तो यह अपने आप में एक टिप्पणी है कि आपकी कार्यशैली किस प्रकार की है। यह (एसआईआर) फर्जीवाड़ा है, वर्गीकृत डाटा आप नहीं दे रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद आपकी(चुनाव आयोग) हठधर्मिता जा नहीं रही है।"

Created On :   12 Aug 2025 2:01 AM IST

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