बदला नाम: शुरू होने से पहले ही बदला राहुल गांधी की न्याय यात्रा का नाम, अब इस नाम के साथ होगी पहचान

शुरू होने से पहले ही बदला राहुल गांधी की न्याय यात्रा का नाम, अब इस नाम के साथ होगी पहचान
  • यात्रा में शामिल हुआ नया राज्य
  • हाइब्रिड होगी यात्रा
  • ऐसा रहेगा रूट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राहुल गांधी के नेतृत्व में होने जा रही 'न्याय यात्रा' का नाम बदल दिया गया है। गुरूवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया। अब इस यात्रा का नाम 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी। यह फैसला भारत जोड़ो यात्रा को मिली जबरदस्त सफलता को देखते हुए लिया गया है। 14 जनवरी से शुरू होने जा रही इस 6700 किलोमीटर लंबी यात्रा में इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों को भी आमंत्रित किया गया है।

जयराम रमेश ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "भारत जोड़ो यात्रा एक ब्रांड बन गई थी। यह लोगों के दिमाग में बैठ गई थी, इसीलिए हम इसका मूल्य नहीं खोना चाहते थे। सर्वसम्मति से नाम को संशोधित करने का निर्णय लिया गया। हम यात्रा में शामिल होने के लिए इंडिया ब्लॉक के नेताओं को भी आमंत्रित करेंगे।"

नया राज्य हुआ शामिल

वहीं बैठक के दौरान यात्रा में एक और राज्य अरूणाचल प्रदेश को भी जोड़ने का फैसला लिया गया। इस यात्रा में पहले 14 राज्य शामिल थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 15 हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "मैंने कुछ रिपोर्ट्स पढ़ी थीं, जिनमें कहा गया था कि हम अरुणाचल प्रदेश को छोड़ रहे हैं। मैं इन खबरों का खंडन करना चाहता हूं। पहले, इसमें 14 राज्य थे लेकिन अब अरुणाचल प्रदेश को जोड़ा गया है क्योंकि बीजेपी ने आपत्ति जताई थी कि अरुणाचल प्रदेश सूची में क्यों नहीं है। अगले 3-4 दिनों में हम लोगो और थीम सॉन्ग लॉन्च करेंगे।"

हाइब्रिड होगी यात्रा

जयराम रमेश ने बताया कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा एक हाइब्रिड यात्रा होगी। इसमें लोग पैदल भी चलेंगे और साथ ही साथ बसों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के लिए हम इंडिया गठबंधन के सभी दलों के साथ-साथ राज्यों के छोटे दलों और सिविल सोसाइटी को भी निमंत्रण देंगे।

ऐसा रहेगा रूट

इस दौरान जयराम रमेश ने यात्रा के पूरे रूट की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, "मणिपुर के बाद नागालैंड, फिर असम, फिर अरुणाचल प्रदेश और फिर वापस असम आयेंगे। इसके बाद वहां से मेघालय, बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिसा, यूपी, गुजरात और महाराष्ट्र तक जायेंगे।" आपको बता दें कि इस यात्रा के तहत 1000 किलोमीटर की सबसे ज्यादा लंबी दूरी उत्तर प्रदेश में तय की जाएगी। यात्रा की शुरूआत 14 जनवरी को दोपहर 12 बजे से हिंसा से प्रभावित मणिपुर राज्य की राजधानी इंफाल से होगी और पूरे 66 दिनों तक चलेगी। पूरी यात्रा के दौरान हर दिन राहुल गांधी का दो बार भाषण होगा।

Created On :   4 Jan 2024 3:01 PM GMT

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