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Amravati News: अमरावती में 1.4 करोड़ का फर्जीवाड़ा उजागर, अध्यक्ष व संचालकों पर मामला दर्ज

- चांदूर रेलवे में नीरज मल्टीपर्पज निधि लिमिटेड का मामला
- निवेशकों को लगाया लाखों का चूना
Amravati News चांदूर रेलवे शहर के गाडगेबाबा मार्केट परिसर में 11 सितंबर 2023 को प्रारंभ हुई नीरज मल्टीपर्पज निधि लिमिटेड संस्था द्वारा एजेंटों और निवेशकों से 1 करोड़ 4 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस प्रकरण में संस्था ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर 20 मई को बैंक के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संचालकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे बैंकिंग क्षेत्र में खलबली मच गई है।
ब्रांच मैनेजर सुधा श्रीकृष्ण हिवराले की शिकायत के अनुसार, इस संस्था के संस्थापक अध्यक्ष युवराज गिर्हे थे, जो अमरावती निवासी हैं। वे ही बैंक का संपूर्ण संचालन कर रहे थे। उनके साथ अक्सर आकाश बोबडे (अमरावती) भी शाखा में दिखाई देता था। बैंक की नीतियों के अनुसार, शाखा में डेली कलेक्शन, आरडी और एफडी के माध्यम से धन एकत्र किया जाता था। चांदूर रेलवे शाखा के 9 एजेंटों द्वारा यह कार्य किया जाता था, और एकत्रित धनराशि समय-समय पर संचालक मंडल के सदस्य शाखा से अपने साथ ले जाते थे।
अनेकों ने पूंजी निवेश की : सुधा हिवराले ने स्वयं तथा अपने परिवार के नाम पर लगभग 18 लाख रुपये की निवेश किया था। वहीं शाखा में कुल 1500 से 1800 खातों के माध्यम से 1 करोड़ 4 लाख 10 हजार 952 रुपये निवेश किए गए थे। फरवरी 2025 से निवेशकों को पैसे लौटाने में मुश्किलें शुरू हो गईं। कई बार मुख्य कार्यालय व अध्यक्ष से संपर्क करने पर भी टालमटोल की गई, जिससे ठगी की आशंका प्रबल हो गई। इसके बाद 15 अप्रैल से चांदूर रेलवे शाखा को बंद कर दिया गया और पुलिस में विधिवत शिकायत दी गई। इसी दौरान अमरावती जिले की अन्य शाखाओं के भी बंद होने की जानकारी सामने आई, जिससे फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई।
इन लोगों पर मामला दर्ज : युवराज भगवान गिर्हे (अध्यक्ष, अमरावती), आकाश प्रमोद बोबडे (उपाध्यक्ष, अमरावती), निकिता युवराज गिर्हे (अमरावती), आकाश राऊत (पूर्व रिजनल मैनेजर, परतवाड़ा), प्रीतम पडोले (नेर पिंगलाई), तानाजी ठोंबरे (बीड), दीपक इंगोले (बडनेरा) समेत उनके अन्य सहयोगियों पर भी मामले दर्ज किए गए हैं। मुख्य आरोपी वर्तमान में आर्वी पुलिस की हिरासत में है, जहां इसी तरह का मामला सामने आया है।
अभी भी कुछ एजेंट खातों का संचालन कर रहे : सूत्रों के अनुसार, चांदूर रेलवे शाखा बंद होने के बावजूद कुछ एजेंट आज भी आम नागरिकों से लेन-देन कर रहे हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है। यदि पुलिस समय रहते हस्तक्षेप नहीं करती, तो संस्थापक के नाम पर कोई और भी ठगी कर सकता है।
Created On :   22 May 2025 3:49 PM IST