‌Bhandara News: छेड़छाड़ के आरोपी डॉक्टर ने किया न्यायालय में आत्मसर्पण

छेड़छाड़ के आरोपी डॉक्टर ने किया न्यायालय में आत्मसर्पण
  • आरोपी 20 जुलाई से था फरार
  • 2 अगस्त तक पुलिस हिरासत

‌Bhandara News नाबालिग के साथ सोनोग्राफी सेंटर में छेड़छाड़ के आरोपी डॉ. देवेश अग्रवाल ने घटना के 20 दिन बाद 28 जुलाई को भंडारा न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। पुलिस की सात से अधिक टीमें आरोपी की तलाश कर रही थीं। मीडिया ने लगातार यह मुद्दा उठाए रखा। साथ ही अलग-अलग संगठनाओं ने आरोपी डॉक्टर को पकड़ने की मांग की थी। ऐसे में न्यायालय ने जमानत नकारते ही डॉक्टर ने आत्मसर्पण किया। 9 जुलाई 2025 को साकोली के श्याम अस्पताल में पीड़ित नाबालिग लड़की इलाज के लिए आयी थी। न्यायालय ने आरोपी को 2 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

डॉक्टर ने उसकी सोनोग्राफी के नाम पर मां और परिचारिका को बाहर भेजा था। आरोप है कि डॉक्टर ने इसके बाद लड़की से अश्लील हरकते कर मोबाइल क्रमांक मांगा। घटना की जानकारी छुपाने के लिए पीड़िता पर दबाव बनाया। डॉक्टर देवेश अग्रवाल ने लड़की को इन्टाग्राम पर फ्रेंड् स रिक्वेस्ट भेजी। अस्पताल से बाहर आते ही लड़की ने माता-पिता को घटना की जानकारी दी। इस प्रकरण में डॉ. देवेश अग्रवाल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 अंतर्गत धारा 64 (2) (क), 65 (1), बाल लैंगिक अत्याचार प्रतिबंधक कानून (पोक्सो) अंतर्गत धारा 4, 6, 8 अनुसूचित जाति जमाति अत्याचार प्रतिबंधक अधिनियम धारा 3 (2) (5) के तहत मामला दर्ज किया गया। इस प्रकरण में आरोपी को सहायता करने वाले उसके भाई भरत अग्रवाल तथा जितेश अग्रवाल के खिलाफ भी मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

अनेक शहरों में जारी थी तलाश : फरार आरोपी की तलाश करने के लिए जिला पुलिस दल ने सात टीमें गठित कर गोंदिया, अमरावती, पुणे, नागपुर, मुंबई से हैद्राबाद तक तलाश की। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। वायरलेस संदेश से देश के पुलिस को सूचना दी गई। आरोपी को सहायता करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई।

अब जांच में आएगी गति : आरोपी डॉक्टर देवेश अग्रवाल के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस की जांच में गति आएगी। लेकिन न्यायालय में यह प्रकरण क्या मोड़ लेता है? यह सवाल बना हुआ है। इस पर नागरिकों की नजर रहेगी।


Created On :   30 July 2025 2:05 PM IST

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