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Chhindwara News: देलाखारी के बाद सौंसर क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट, बैल पर किया हमला

- पिछले एक सप्ताह से लगातार बढ़ रहा वन्य प्राणियों का मूवमेंट
- किसान के सामने बाघ ने किया बैल पर हमला, शोर मचाने पर भागा
- ग्रामीणों और किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र में अकसर बाघ का मूवमेंट बना रहता है।
Chhindwara News: जिले के अलग-अलग हिस्सों से लगातार वन्यप्राणियों के मूवमेंट और मवेशियों के मामले में सामने आए है। परासिया क्षेत्र में पिछले दिनों तेंदुए के हमले से एक महिला की मृत्यु हो चुकी है। ऐसे में पिछले एक सप्ताह में बढ़े वन्यप्राणियों के मूवमेंट से आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैली हुई है। देलाखारी, तामिया, परासिया के बाद अब सौंसर क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट हुआ है।
सौंसर: महाराष्ट्र बार्डर से लगे गांवों में बाघ ने मवेशियों का किया शिकार
किसान के सामने बाघ ने किया बैल पर हमला, शोर मचाने पर भागा
महाराष्ट्र बार्डर से लगे गांवों में बाघ का मूवमेंट हो रहा है। शुक्रवार की दोपहर में खेत में एक बैल पर हमला कर दिया था। हमले में घायल बैल ने उपचार के बाद शनिवार को दम तोड़ दिया। इधर वन विभाग के अधिकारी दावा कर रहे है कि बाघ महाराष्ट्र की सीमा में लौट गया है। वन विभाग का अमला दो दिन से रात्रि में प्रदेश सीमा से लगे जंगल क्षेत्र में गस्त कर रहा है। बाघ के मूवमेंट से ग्रामीण दहशत में है।
दक्षिण उपवन मंडल के कन्हान रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी दीपक तिरपुड़े के अनुसार सांवगा से 3 किमी दूर कन्हान नदी के किनारे राजस्व क्षेत्र लोहानी में किसान विलास कडक़ के खेत में कोठे से बाहर खुले में बंधे बैल पर दोपहर 3 बजे के आसपास बाघ ने अचानक हमला कर दिया। किसान कडक़ ने बताया कि बैल को चाराई के लिए खेत के मेढ़ पर छोड़ कर लौट रहा था कुछ ही देर में बैल का शोर सुनाई आया। कुछ ही दूरी पर बाघ दिखाई दिया जहां शोर मचाते ही बाघ मौके से भाग गया। बाघ ने बैल के गर्दन पर हमला किया था। उपचार के बाद भी बैल नहीं बच पाया।
ग्रामीणों ने बताया
ग्रामीणों और किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र में अकसर बाघ का मूवमेंट बना रहता है। कन्हान नदी किनारे के अलावा प्रदेश सीमा से लगे जंगल के निकट के खेतोंं में बाघ दिखाई देता है। बाघ के मूवमेंट से ग्रामीण अकसर दहशत में रहते है। वन विभाग का स्थानीय अमला भी स्वीकार करता है कि महाराष्ट्र की सीमा के जंगल में बाघ का मूवमेंट रहता है जो अकसर आसपास के गांव में दिखई देता है।
इनका कहना है
- बाघ दोबारा घटना स्थल पर नहीं लौटा आया। विभाग का अमला लगातार गस्त कर रहा है। इस दौरान बाघ के महाराष्ट्र की जंगल में लौटने के पगमार्ग प्रदेश सीमा से लगे दुघाला गांव में दिखाई दिए है।
- प्रमोद चोपड़े, एसडीओ वन विभाग।
देलाखारी: बाघ के लिए लगाए दो कैमरे, तेंदुए पर भी नजर
देलाखारी वन परिक्षेत्र के कपूरनाला बीट में तीन दिन पहले बाघ ने एक भैंस का शिकार किया था। वहीं एक भैंस अब तक गायब है और दो अन्य घायल भैंस का उपचार जारी है। बाघ के मूमेंट को जानने वन विभाग ने शुक्रवार को दो कैमरा जंगल में लगाए थे, जिसमें कोई मूवमेंट दिखाई नहीं दिया। वहीं परासिया वन परिक्षेत्र के झुर्रे बीट में तेंदुए ने शुक्रवार को एक गाय का शिकार किया था जिसके बाद विभाग ने कैमरे लगाए है।
Created On :   21 July 2025 1:18 PM IST