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Chhindwara News: कोल इंडिया ने खदानों में डिटोनेटर का उपयोग प्रतिबंधित किया, प्रभावित होगा कोयला उत्पादन

- कोल इंडिया ने खदानों में डिटोनेटर का उपयोग प्रतिबंधित किया
- प्रभावित होगा कोयला उत्पादन
Chhindwara News: कोल इंडिया ने एक साल पहले सुरक्षा कारणों से डिटोनेटर को प्रतिबंधित कर उसका विकल्प तलाशने निर्देशित किया था, उस पर अमल नहीं होने का खामियाजा अब कोयला उद्योग को उठाना होगा। शासन के कड़े निर्देश पर एक जुलाई से सभी भूमिगत कोयला खदान में इसका उपयोग बंद कर दिया गया है। मंगलवार को पेंचक्षेत्र की महादेवपुरी, विष्णुपुरी नं.2, नेहरिया और धनकसा, कन्हान क्षेत्र की शारदा माइंस में डिटोनेटर से विस्फोट नहीं हो पाया। यदि डिटोनेटर के उपयोग को अनुमति नहीं मिली तो कुछ दिनों में बड़ी मात्रा में कोयला उत्पादन प्रभावित होगा।
लगभग दो साल पहले वन एवं पर्यावरण विभाग की मंजूरी नहीं मिलने से छिंदवाड़ा जिले के पेंचक्षेत्र की महादेवपुरी और कन्हान क्षेत्र की मुआरी, घोड़ावाड़ी और तानसी खदान को बंद किया गया। लगभग छह माह बाद महादेवपुरी पुन: प्रारंभ हुई, किन्तु कन्हान की सभी खदानों में ताला लग गया। अब कन्हान में सिर्फ एक भूमिगत कोयला खदान शारदा ही उत्पादन चालू है। खदान में उत्पादन के लिए पुरानी तकनीक के तहत बारूद का उपयोग होता है। भूमिगत खदान में क्रमबद्ध बारूदी विस्फोट करने डिटोनेटर का उपयोग करते हैं। तीस जून व एक जुलाई की दर्मियानी रात्रि पाली में पहुंचे कामगारों को उत्पादन के लिए बारूद और डिटोनेटर नहीं मिला। मंगलवार प्रथम पाली में भी खदान में बारूद और डिटोनेटर नहीं दिया गया। मौजूदा स्थिति से कामगार और श्रम संगठन भी हैरान हंै।
श्रम संगठनों ने दी प्रतिक्रिया
वेकोलि मुख्यालय से आए निर्देश पर सभी खदानों में डिटोनेटर की सप्लाई रोकी गई। कोल इंडिया में मनमाना निर्णय थोपने का प्रयास पहले भी हुए हैं। इस मामले में जानकारी जुटाकर आवश्यकता अनुसार निर्णय लेंगे।
मनोज तिवारी, अध्यक्ष, इंटक पेंचक्षेत्र
खदानों में डिटोनेटर को सुरक्षा कारणों से उपयोग रोका गया है। इसका जल्द ही विकल्प उपलब्ध करवाकर कोयला उत्पादन शुरू कराएंगे। यह आंशिक अवरोध जल्द दूरी होने पर खदानों में पूर्व की भांति उत्पादन होगा।
कुंवर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष, बीएमएस पेंच-कन्हान क्षेत्र
डिटोनेटर का मामला एक साल से लंबित था। वेकोलि प्रबंधन ने इसका विकल्प तलाश नहीं किया, इस कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। ऐसी संभावना है कि इस तकनीकी समस्या का जल्द हल निकलेगा।
राजेश सूर्यवंशी, कार्यकारी अध्यक्ष, एचएमएस, वेकोलि
इनका कहना है...
डिटोनेटर नहीं मिलने से मंगलवार को खदान में कोयला उत्पादन नहीं हो सका। डिटोनेटर के उपयोग करने की अनुमति हासिल करने उच्च स्तर पर प्रयास जारी हैं। जल्द ही समाधान मिलने की संभावना है।
पीके साहू, प्रबंधक नेहरिया खदान
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खदानों में कामगार और उत्पादन की स्थिति :
पेंचक्षेत्र महादेवपुरी- मेनपावर 430, उत्पादन डेढ़ सौ टन प्रतिदिन
विष्णुपुरी- मेनपावर 421, उत्पादन सवा दो सौ टन प्रतिदिन
नेहरिया- मेनपावर 7 सौ, उत्पादन 6 सौ टन प्रतिदिन
धनकसा- मेनपावर 250, उत्पादन 4 सौ टन प्रतिदिन
कन्हान शारदा माइंस- मेनपावर 440, उत्पादन 640 टन प्रतिदिन
Created On :   2 July 2025 1:26 PM IST