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Nagpur News: एम्स के छात्र ने फांसी लगाई, छात्रावास में बाथरूम के अंदर की खुदकुशी

- एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था
- कमरे से कोई हलचल न होने पर दरवाजा खोला तो फंदे पर लॉका मिला संकेत
Nagpur News मिहान स्थित एम्स अस्पताल के छात्रावास के बाथरूम में एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम संकेत पंडितराव धाबाडे (23) है। वह एमबीबीएस के अंतिम वर्ष का छात्र था। कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। घटना रविवार की रात में हुई। सोनेगांव पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है। उसने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया, यह जानकारी नहीं मिली है। उसने कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा है। एम्स के निदेशक डाॅ. पी. पी. जोशी से इस संदर्भ में संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिसाद नहीं दिया।
चरक ब्वॉयज होस्टल के कमरा नंबर 909 में रहता था ः पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संकेत के पिता शिक्षक, मां गृहिणी और बहन डॉक्टर हैं। संकेत मूल रूप से जिंतूर (परभणी) का निवासी था। वह एम्स अस्पताल में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष में पढ़ रहा था। वह चरक ब्वॉयज हॉस्टल (छात्रावास) के कमरा नंबर 909 में रहता था। रविवार रात 8 बजे से पहले उसने बाथरूम में तार के सहारे शॉल से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रावास के वॉर्डन पंकज जिभकाटे (42) एम्स अस्पताल परिसर इमारत क्र. 3 निवासी की शिकायत पर सोनेगांव थाने के उपनिरीक्षक सुरेंद्र चौरपगार ने थानेदार नितीन मगर के निर्देश पर आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है।
फोन नहीं उठा रहा था ः वार्डन जिभकाटे ने पुलिस को बताया कि 3 अगस्त को उन्हें नीरज भोसले ने बताया कि संकेत के कमरे से कोई हलचल नहीं सुनाई दे रही है। जिभकाटे ने संकेत के मोबाइल पर फोन किया तो वह फोन नहीं उठा रहा था। तब जिभकाटे ने राजेंद्र शिव और अतुल राठोड को कहा कि तुम गार्ड को लेकर छात्रावास के कमरा नंबर 909 में जाओ। इस कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। मास्टर की से दरवाजा खोला गया। बाथरूम के दरवाजे के पास संकेत फंदे पर लटका था। उसके गले में शॉल थी। वार्डन ने होस्टल के इंचार्ज डॉ. रामाराज पी एन को जानकारी दी। पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सोनेगांव पुलिस करीब 15 मिनट में घटनास्थल पर पहुंची। उसके बगल में लकडी का टेबल नजर आ रहा था। पुलिस को संदेह है कि उसके ऊपर चढ़कर उसने खुदकुशी की होगी। मामले की जांच जारी है।
परिजनों का बुरा हाल था : घटना के समय संकेत ने नीले रंग की हाफ टी-शर्ट और काले रंग की पैंट पहनी थी। अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव जातूर में किया गया। संकेत के निधन से उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
आंकड़े हैरान करने वाले ः नागपुर. नेशनल मेडिकल कमीशन ने आरटीआई के तहत सूचना दी है कि 2025 के मात्र सात महीनों में छात्रों की आत्महत्या के लगभग 30 मामले सामने आ चुके हैं। वर्ष 2018 से 2022 के बीच कुल 122 मेडिकल स्टूडेंट्स ने आत्महत्या कर ली थी। इनमें एमबीबीएस के 64 तथा पीजी के 58 स्टूडेंट शामिल थे। प्रतिवर्ष लगभग 24 आत्महत्या के मामले सामने आए। वर्ष 2018 से 2022 के ही बीच 1270 मेडिकल स्टूडेंट्स ने पढ़ाई छोड़ दी। इसमें पीजी स्टूडेंट्स की संख्या 1117 है।
Created On :   5 Aug 2025 3:22 PM IST