Nagpur News: नागपुर में होगी संक्रामक रोग व महामारी के सैंपल की जांच

नागपुर में होगी संक्रामक रोग व महामारी के सैंपल की जांच
  • अत्याधुनिक बीएसएल-3 लैब की स्थापना की जाएगी
  • नेशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ वायरालॉजी पुणे में है

Nagpur News किसी भी संक्रामक रोग और महामारी से संबंधित सैंपलों की जांच अब नागपुर में ही होगी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नागपुर में जोखिम भरी संक्रामक बीमारियों के सैंपलों की जांच की जाएगी। जांच के लिए यहां अत्याधुनिक बीएसएल-3 लैब की स्थापना की जाएगी। स्थापना के लिए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) नई दिल्ली के साथ हाल ही में समझौता करार हुआ है। वर्तमान में ऐसी प्रयोगशाला एनआईवी (नेशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ वायरालॉजी) पुणे में है।

पुणे के बाद राज्य का दूसरा संस्थान : यह करार प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन अंतर्गत हुआ है। करार के अनुसार एम्स में अत्याधुनिक बायो सेफ्टी लेवल थ्री (बीएसएल-3) लेबोरेटरी का निर्माण किया जाएगा। एम्स महाराष्ट्र का दूसरा चिकित्सा संस्थान होगा, जहां यह लैब सुविधा उपलब्ध होगी।

4 राज्यों को मिलेगा लाभ : बीएसएल-3 योजना की प्रभारी एम्स की सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग प्रमुख डॉ. मीना मिश्रा ने बताया कि इस लैब में जाेखिम वाले संक्रामक रोग जैसे हिपेटाइटिस, इन्फ्लूएंजा, डेंगू, चिकनगुनिया, कोविड जैसी संक्रामक बीमारियों के सैंपलों की जांच की जाएगी। इस लैब का लाभ महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंंगाना आदि राज्यों को मिलेगा।

हाईटेक सुविधाएं: बीएसएल-3 लैब हाईटेक सुविधाओं से परिपूर्ण व सुरक्षित होगी। यहां बर्ड फ्लू, जीका, निपाह, जापानी इंसेफेलाइटिस और बायोटेररिज्म से जुड़े कारकों की भी पहचान की जाएगी। एनसीडीसी ने इस लैब के निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसमें 25 करोड़ रुपए इमारत निर्माण व व जरूरी सुविधाओं पर खर्च किए जाएंगे। 5 करोड़ रुपए उपकरणों, डायग्नोस्टिक किट्स और अन्य आवश्यक सामग्रियों पर खर्च किये जाएंगे।


Created On :   6 Jun 2025 3:51 PM IST

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