Saurabh Bhardwaj ED Raid: 'स्टेटमेंट बदलने का दबाव डाला', सौरभ भारद्वाज का ED के असिस्टेंट डायरेक्टर पर बड़ा आरोप, कहा- मेरा बयान WhatsApp से किसी को भेजा..

स्टेटमेंट बदलने का दबाव डाला, सौरभ भारद्वाज का ED के असिस्टेंट डायरेक्टर पर बड़ा आरोप, कहा- मेरा बयान WhatsApp से किसी को भेजा..
  • ईडी रेड पर सौरभ भारद्वाज का रिएक्शन
  • ईडी पर लगाया बड़ा आरोप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली AAP अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के असिस्टेंट डायरेक्टर मयंक अरोड़ा पर गंभीर आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री का यह बयान ईडी द्वारा उनके घर पर रेड डाले जाने के ठीक एक दिन बाद आया है। भारद्वाज ने बुधवार (27 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर ने उनके बयान को बदले के लिए दबाव डाला। इसी के साथ उनके स्टेटमेंट को गूगल ड्राइव और व्हाट्सएप (WhatsApp) पर किसी को शेयर किया। भारद्वाज ने कहा कि मयंक अरोड़ा ने उनके ही WIFI से उनके ही बयान को किसी वाकील को, भारतीय जनता पार्टी को या फिर अफसर को भेजा।

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भारद्वाज का बड़ा खुलासा

अस्पताल निर्माण घोटाला मामले में सौरभ भारद्वाज के घर कल सुबह-सुबह ईडी ने छापा मारा और कई स्टेटमेंट लिए गए। इस पर अब AAP नेता ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि उन्होंने पूरे दिन मेरा बयान दर्ज किया। ईडी के सहायक निदेशक मयंक अरोड़ा ने मेरे घर के वाई-फाई का इस्तेमाल करके मेरा बयान व्हाट्सएप पर किसी के साथ साझा किया। इसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे बयान का कुछ हिस्सा हटाना होगा, जिस पर मैंने आपत्ति जताई। इसलिए उन्होंने मेरा बयान नहीं लिया। ईडी ने जिन दस्तावेजों को जब्त किया, उनमें हाईकोर्ट का एक हलफनामा भी शामिल था। रात करीब 2 बजे दोबारा पंचनामा तैयार किया गया, जिसमें जब्ती मेमो से इस हलफनामे को हटा दिया गया। क्योंकि इस हलफनामे से साबित होता है कि मैंने बार-बार अधिकारियों को ऐसे अस्पताल बनाने के आदेश दिए, लेकिन उपराज्यपाल के कारण उन्होंने मेरे आदेश का पालन नहीं किया।

किस मामले में पड़ी रेड?

आपको बता दें कि, यह पूरा मामला हॉस्पिटल कंस्ट्रक्शन स्कैम से जुड़ा लगभग 5,590 करोड़ का है। बात है वर्ष 2018-19 की जब दिल्ली सरकार ने 24 अस्पतालों को बनाने के लिए 5,590 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। इसके तहत 6 महीने में ICU अस्पताल का निर्माण होना था। हालांकि तीन साल बाद भी काम पूरा नहीं हुआ। इनमें से कई परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, 800 करोड़ खर्च करने के बाद भी सिर्फ और सिर्फ आधा काम हुआ था। इसी मामले में सौरभ भारद्वाज पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है।

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Created On :   27 Aug 2025 5:00 PM IST

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